Happy Teachers Day पर हम आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार से इमेज बनाकर अपने दोस्तों को भेज सकते हैं। नीचे हमने पूरा प्रोसेस दिया है, जिसे आप कॉपी करें और वेबसाइट पर जाकर पेस्ट करके इमेज को जनरेट करें। आप इसमें अपने अनुसार नाम भी बदल सकते हैं। अगर यह पोस्ट आपको अच्छी लगे, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें।
Prompt :Happy Teachers day Image Prompt
On a flower-decorated school playground, a Happy Teacher’s Day celebration is taking place. A young, beautiful teacher named Meera, wearing a red saree, stands with a kind smile as she cuts a cake with a girl. Two attractive students, Ravi Verma and Reetu Verma, are joyfully presenting her with a bouquet of flowers and a costly pen. All are smiling, with the students’ names in stylish font on their uniforms. Happy Teacher’s Day is prominently displayed in the background.
Prompt :Happy Teacher’s day Image
On a flower-decorated school playground, a “Happy Teacher’s Day” celebration is taking place. A young, beautiful teacher named Meera, wearing a red saree, stands with a kind smile as she cuts a cake with a girl. Two attractive students, “Ravi Verma” and “Reetu Verma,” are joyfully presenting her with a bouquet of flowers and a costly pen. All are smiling, with the students’ names in stylish font on their uniforms. “Happy Teacher’s Day” is prominently displayed in the background.
Prompt : Happy Teachers Day” is being celebrated on the flower-decorated school playground. A 22 years young , bold, beautiful teacher named Meera, wearing a red sari, stands with a kind smile while cutting a cake with a girl. Two 18 years attractive students, “Ravi Verma” and “Ritu Verma”, are doing charan sparsh (touching feet) with the teacher, while happily presenting her with a bouquet of flowers and an expensive pen. All are smiling, with the students’ names written in a stylis.
Introduction to Internet and WWW | CCC Exam preparation
इस पोस्ट में हम Introduction to Internet and WWW के बारे में विस्तार से जानेंगे। यह जानकारी CCC और अन्य competitive exams की तैयारी के लिए बहुत मददगार साबित होगी। हम यहां पर Introduction to Internet and WWW के विभिन्न पहलुओं को कवर करेंगे, जिसमें MCQ, True/False प्रश्न, FAQs, और महत्वपूर्ण Full Forms शामिल हैं। यह सब आपको इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब के बेसिक कॉन्सेप्ट्स को बेहतर तरीके से समझने में मदद करेंगे, जिससे आप अपनी परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकें। आइए, शुरू करते हैं और जानते हैं कि इंटरनेट और WWW के बारे में क्या-क्या जरूरी बातें हैं।
परिचय
इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) ने हमारे जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है। ये दोनों तकनीकें हमें वैश्विक नेटवर्क से जोड़ती हैं और सूचना प्राप्त करने, साझा करने, और संवाद करने के नए तरीके प्रदान करती हैं। इस अध्याय में, हम इंटरनेट और WWW के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे, जिसमें कंप्यूटर नेटवर्क, इंटरनेट कनेक्टिविटी, और वेब ब्राउज़िंग शामिल हैं।
6.1 उद्देश्य
इस अध्याय का उद्देश्य इंटरनेट और WWW की बुनियादी अवधारणाओं को समझाना है। इसमें कंप्यूटर नेटवर्क, नेटवर्क टोपोलॉजी, और इंटरनेट कनेक्टिविटी के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, हम वेब ब्राउज़िंग, सर्च इंजन, और वेब ब्राउज़िंग के महत्वपूर्ण तत्वों को भी समझेंगे।
6.2 कंप्यूटर नेटवर्क की मूल बातें
6.2.1 लोकल एरिया नेटवर्क (LAN)
परिभाषा: लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) एक सीमित भौगोलिक क्षेत्र, जैसे एक कार्यालय या स्कूल, में नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान करता है। इसमें कई कंप्यूटर और अन्य डिवाइस एक ही नेटवर्क के माध्यम से जुड़े होते हैं।
लाभ:
उच्च डेटा ट्रांसफर गति: LAN में डेटा की गति अधिक होती है, जिससे फाइलों को जल्दी ट्रांसफर किया जा सकता है।
सुरक्षा: LAN एक छोटे दायरे में काम करता है, जिससे सुरक्षा समस्याएं कम होती हैं।
हानियां:
सीमित दायरा: LAN केवल छोटे भौगोलिक क्षेत्रों में ही काम करता है।
संवेदनशीलता: अगर नेटवर्क के अंदर कोई सुरक्षा समस्या होती है, तो इससे नेटवर्क की सुरक्षा प्रभावित हो सकती है।
6.2.2 वाइड एरिया नेटवर्क (WAN)
परिभाषा: वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) एक विस्तृत भौगोलिक क्षेत्र में नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान करता है, जैसे कि विभिन्न शहरों या देशों में। WAN इंटरनेट और बड़े संगठन नेटवर्क के लिए सामान्य है।
लाभ:
व्यापक कनेक्टिविटी: WAN बड़े भौगोलिक क्षेत्रों को जोड़ता है, जिससे दूरस्थ स्थानों पर डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है।
संचार की सुविधा: विभिन्न स्थानों के बीच संचार को सुगम बनाता है।
हानियां:
कम डेटा ट्रांसफर गति: WAN की डेटा ट्रांसफर की गति LAN की तुलना में कम हो सकती है।
उच्च लागत: WAN के सेटअप और रखरखाव की लागत अधिक होती है।
6.2.3 नेटवर्क टोपोलॉजी
नेटवर्क टोपोलॉजी नेटवर्क के डिवाइसों के बीच कनेक्शन की संरचना को दर्शाती है। टोपोलॉजी का चयन नेटवर्क की कार्यक्षमता, प्रदर्शन, और लागत पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।
टोपोलॉजी के प्रकार:
स्टार टोपोलॉजी: सभी डिवाइस एक केंद्रीय हब से जुड़े होते हैं। यह सरल और प्रबंधनीय होता है, लेकिन केंद्रीय हब की विफलता से पूरा नेटवर्क प्रभावित हो सकता है।
रिंग टोपोलॉजी: डिवाइस एक रिंग में जुड़े होते हैं। डेटा एक दिशा में यात्रा करता है, जिससे डिवाइस की विफलता से पूरा नेटवर्क प्रभावित हो सकता है।
बस टोपोलॉजी: सभी डिवाइस एक मुख्य केबल पर जुड़े होते हैं। यह सस्ता और सरल होता है, लेकिन एक ही केबल पर सभी डेटा ट्रांसमिशन से प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है।
मेश टोपोलॉजी: हर डिवाइस अन्य डिवाइसों से सीधे जुड़े होते हैं, जिससे उच्च विश्वसनीयता और प्रदर्शन प्राप्त होता है, लेकिन इसकी लागत और जटिलता अधिक होती है।
सर्वश्रेष्ठ टोपोलॉजी: यह नेटवर्क की आवश्यकताओं और बजट पर निर्भर करता है। स्टार और मेश टोपोलॉजी बड़े नेटवर्क के लिए उपयुक्त होते हैं, जबकि बस और रिंग टोपोलॉजी छोटे नेटवर्क के लिए बेहतर हो सकते हैं।
लाभ और हानियां:
स्टार टोपोलॉजी: उच्च प्रदर्शन और सुरक्षा, लेकिन केंद्रीय हब पर निर्भरता।
रिंग टोपोलॉजी: समान डेटा ट्रांसमिशन, लेकिन एक डिवाइस की विफलता से पूरा नेटवर्क प्रभावित हो सकता है।
बस टोपोलॉजी: सस्ता और सरल, लेकिन प्रदर्शन पर प्रभाव।
मेश टोपोलॉजी: उच्च विश्वसनीयता और प्रदर्शन, लेकिन महंगा और जटिल।
6.3 इंटरनेट
6.3.1 इंटरनेट और WWW की अवधारणा
इंटरनेट: यह एक वैश्विक नेटवर्क है जो विभिन्न कंप्यूटर नेटवर्क्स को आपस में जोड़ता है। यह एक विशाल नेटवर्क है जिसमें विभिन्न नेटवर्क जुड़े होते हैं, जो डेटा और सूचना साझा करते हैं।
WWW (वर्ल्ड वाइड वेब): यह एक सूचना प्रणाली है जो वेबसाइटों और वेब पेजों के माध्यम से डेटा और सामग्री प्रदान करती है। WWW इंटरनेट का एक हिस्सा है और यह हाइपरटेक्स्ट लिंक के माध्यम से वेब पेजों को जोड़ता है।
6.3.2 इंटरनेट के अनुप्रयोग
ईमेल: इलेक्ट्रॉनिक मेल सेवा जो उपयोगकर्ताओं को संदेश भेजने और प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करती है।
वेब ब्राउज़िंग: इंटरनेट पर विभिन्न वेबसाइटों पर जानकारी खोजने की प्रक्रिया।
सोशल मीडिया: फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसी प्लेटफार्म जो उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन कनेक्ट करने और साझा करने की सुविधा प्रदान करते हैं।
ऑनलाइन शॉपिंग: वेब पर उत्पाद और सेवाओं की खरीदारी की प्रक्रिया।
6.3.3 वेबसाइट पता और URL
URL (Uniform Resource Locator): यह एक वेब पेज का अद्वितीय पता होता है, जैसे https://www.example.com। URL का उपयोग वेब पेजों तक पहुंच प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
वेबसाइट पता: URL के माध्यम से वेबसाइटों पर पहुंच प्राप्त की जाती है और ब्राउज़र में टाइप किया जाता है।
6.3.4 आईपी पता का परिचय
आईपी पता: यह एक अद्वितीय संख्या होती है जो नेटवर्क पर प्रत्येक डिवाइस को असाइन की जाती है। इसका उपयोग नेटवर्क डिवाइस की पहचान और डेटा ट्रांसमिशन के लिए किया जाता है।
आईपी पते के प्रकार:
IPv4: 32-बिट एड्रेसिंग स्कीम, जिसमें चार अंश (octets) होते हैं, जैसे 192.168.1.1।
IPv6: 128-बिट एड्रेसिंग स्कीम, जिसमें आठ अंश होते हैं, जैसे 2001:0db8:85a3:0000:0000:8a2e:0370:7334।
IPv4 बनाम IPv6:
IPv4: सीमित एड्रेस स्पेस, अधिक नेटवर्क ट्रैफिक प्रबंधन।
IPv6: व्यापक एड्रेस स्पेस, बेहतर सुरक्षा और दक्षता।
6.3.4.3 नेटवर्क लेयर
परिभाषा: नेटवर्क लेयर OSI (Open Systems Interconnection) मॉडल की एक परत है जो डेटा पैकेट्स की रूटिंग और ट्रांसमिशन को नियंत्रित करती है। यह नेटवर्क डिवाइसों के बीच डेटा ट्रांसमिशन की योजना बनाती है।
नेटवर्क लेयर चार्ट: इस लेयर में डेटा पैकेट्स को सही गंतव्य पर पहुंचाने के लिए विभिन्न प्रोटोकॉल्स और तकनीकों का उपयोग किया जाता है। इसमें आईपी प्रोटोकॉल और राउटर शामिल हैं।
OSI मॉडल और TCP/IP मॉडल
OSI (Open Systems Interconnection) मॉडल एक सैद्धांतिक ढांचा है जिसे नेटवर्किंग सिस्टम की कार्यक्षमता को मानकीकृत करने और समझने के लिए विकसित किया गया है। यह विभिन्न नेटवर्क प्रोटोकॉल और संचार प्रणालियों के बीच अंतर-संगतता (interoperability) को बढ़ावा देता है। OSI मॉडल ने नेटवर्किंग प्रक्रिया को सात अलग-अलग स्तरों में विभाजित किया है, जो विभिन्न कार्यों को प्रबंधित करती हैं और नेटवर्क सिस्टमों के बीच डेटा संचार को आसान बनाती हैं।
OSI मॉडल के स्तर
फिजिकल लेयर
कार्य: यह स्तर नेटवर्क उपकरणों के बीच भौतिक कनेक्शन को संभालता है और डेटा को बिट्स के रूप में ट्रांसमिट करता है।
मुख्य तत्व: केबल्स, स्विचेस, नेटवर्क इंटरफेस कार्ड (NICs), और अन्य भौतिक माध्यम।
महत्वपूर्ण शब्द: बिट्स, ट्रांसमिशन मीडिया, सिग्नल एन्कोडिंग।
डेटा लिंक लेयर
कार्य: यह स्तर त्रुटि पहचान और सुधार प्रदान करता है और डेटा फ्रेम्स को सही तरीके से ट्रांसफर करता है।
मुख्य तत्व: स्विचेस, ब्रिजेस, MAC एड्रेस।
महत्वपूर्ण शब्द: फ्रेम्स, MAC एड्रेस, त्रुटि पहचान।
नेटवर्क लेयर
कार्य: यह स्तर डेटा पैकेट्स की रूटिंग और लॉजिकल अड्रेसिंग को संभालता है।
मुख्य तत्व: राउटर्स, IP एड्रेस।
महत्वपूर्ण शब्द: पैकेट्स, रूटिंग, लॉजिकल अड्रेसिंग, IP एड्रेस।
ट्रांसपोर्ट लेयर
कार्य: यह स्तर डेटा के अंत-से-अंत संचार और त्रुटि सुधार को सुनिश्चित करता है।
कार्य: यह स्तर एप्लिकेशन के बीच सत्रों का प्रबंधन करता है और कनेक्शनों की स्थापना और समाप्ति करता है।
मुख्य तत्व: APIs और सत्र प्रबंधन प्रोटोकॉल।
महत्वपूर्ण शब्द: सत्र, सत्र की स्थापना, सत्र प्रबंधन।
प्रेजेंटेशन लेयर
कार्य: यह स्तर डेटा का अनुवाद करता है और एन्क्रिप्शन और डिक्रिप्शन का प्रबंधन करता है।
मुख्य तत्व: डेटा एन्क्रिप्शन, डिक्रिप्शन, और स्वरूप रूपांतरण।
महत्वपूर्ण शब्द: डेटा अनुवाद, एन्क्रिप्शन, डिक्रिप्शन, डेटा स्वरूपण।
एप्लिकेशन लेयर
कार्य: यह स्तर नेटवर्क सेवाओं को सीधे एप्लिकेशन के लिए प्रदान करता है और उपयोगकर्ता की एप्लिकेशनों के साथ इंटरैक्ट करता है।
मुख्य तत्व: HTTP, FTP, SMTP जैसे प्रोटोकॉल।
महत्वपूर्ण शब्द: प्रोटोकॉल, सेवाएं, एप्लिकेशन।
TCP/IP मॉडल
TCP/IP (Transmission Control Protocol/Internet Protocol) मॉडल एक व्यावहारिक ढांचा है जो वास्तविक नेटवर्किंग वातावरण में उपयोग किया जाता है। यह इंटरनेट का आधार है और इसे OSI मॉडल की तुलना में सरल बनाया गया है।
TCP/IP मॉडल की परतें
नेटवर्क इंटरफेस लेयर
कार्य: OSI मॉडल के डेटा लिंक और फिजिकल स्तरों को मिलाकर नेटवर्क इंटरफेस लेयर नेटवर्क हार्डवेयर और नेटवर्क के बीच डेटा ट्रांसमिशन को संभालती है।
मुख्य प्रोटोकॉल: Ethernet, ARP (Address Resolution Protocol)।
महत्वपूर्ण शब्द: फ्रेम्स, MAC एड्रेस, नेटवर्क हार्डवेयर।
इंटरनेट लेयर
कार्य: यह स्तर डेटा पैकेट्स को नेटवर्क पर रूट करता है और लॉजिकल अड्रेसिंग का प्रबंधन करता है।
मुख्य प्रोटोकॉल: IP (Internet Protocol), ICMP (Internet Control Message Protocol), IGMP (Internet Group Management Protocol)।
महत्वपूर्ण शब्द: IP एड्रेस, पैकेट्स, रूटिंग, ICMP।
ट्रांसपोर्ट लेयर
कार्य: डेटा के अंत-से-अंत संचार को प्रबंधित करता है और त्रुटियों की पुनर्प्राप्ति सुनिश्चित करता है।
मुख्य प्रोटोकॉल: TCP (Transmission Control Protocol), UDP (User Datagram Protocol)।
महत्वपूर्ण शब्द: सेगमेंट्स, फ्लो कंट्रोल, TCP, UDP।
एप्लिकेशन लेयर
कार्य: एप्लिकेशन्स के लिए नेटवर्क सेवाएं प्रदान करता है और उपयोगकर्ता इंटरफेस को संभालता है।
मुख्य प्रोटोकॉल: HTTP (Hypertext Transfer Protocol), FTP (File Transfer Protocol), SMTP (Simple Mail Transfer Protocol)।
महत्वपूर्ण शब्द: प्रोटोकॉल, सेवाएं, एप्लिकेशन।
निष्कर्ष: OSI और TCP/IP मॉडल दोनों ही नेटवर्क प्रोटोकॉल्स और संचार प्रणालियों को समझने और डिज़ाइन करने में महत्वपूर्ण हैं। OSI मॉडल एक सैद्धांतिक ढांचा है जो नेटवर्किंग प्रक्रिया को सात स्तरों में विभाजित करता है, जबकि TCP/IP मॉडल एक व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रदान करता है और इंटरनेट के लिए मानक है। इन दोनों मॉडलों को समझना नेटवर्क डिज़ाइन, प्रबंधन और समस्या निवारण के लिए अत्यंत सहायक है।
प्रोटोकॉल: Ethernet (IEEE 802.3), Wi-Fi (IEEE 802.11), ARP, PPP, HDLC (High-Level Data Link Control), Frame Relay, ATM, MPLS, STP (Spanning Tree Protocol)।
लेयर 1: फिजिकल लेयर
प्रोटोकॉल और स्टैंडर्ड्स: Ethernet (IEEE 802.3), Wi-Fi (IEEE 802.11), Bluetooth, USB (Universal Serial Bus), DSL (Digital Subscriber Line), ISDN (Integrated Services Digital Network), विभिन्न भौतिक नेटवर्क इंटरफेस (केबल्स, फाइबर ऑप्टिक्स)।
मुख्य अंतर
लेयरों की संख्या: TCP/IP मॉडल में 4 लेयर होती हैं, जबकि OSI मॉडल में 7 लेयर होती हैं।
प्रोटोकॉल असाइनमेंट: कुछ प्रोटोकॉल जैसे HTTP, HTTPS, और DNS दोनों मॉडलों में एप्लिकेशन लेयर पर होते हैं, जबकि अन्य जैसे ARP TCP/IP (नेटवर्क एक्सेस लेयर) और OSI (डाटा लिंक लेयर) में अलग-अलग लेयर पर काम करते हैं।
उपयोग: OSI मॉडल मुख्य रूप से एक कांसेप्चुअल मॉडल है, जबकि TCP/IP प्रोटोकॉल नेटवर्किंग और इंटरनेट में व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं।
ये दोनों मॉडल कंप्यूटर नेटवर्किंग के बुनियादी ढांचे को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
Protocols Deep Details
यहां सभी प्रमुख नेटवर्किंग प्रोटोकॉलों का हिंदी में विस्तृत विवरण दिया गया है, जिसमें उनके पूरा नाम (Full Form) और कार्य शामिल हैं:
एप्लिकेशन लेयर प्रोटोकॉल
HTTP (Hypertext Transfer Protocol): यह प्रोटोकॉल वेब ब्राउज़र और सर्वर के बीच हाइपरटेक्स्ट दस्तावेज़ों (जैसे वेब पेज) का आदान-प्रदान करता है।
HTTPS (Hypertext Transfer Protocol Secure): HTTP का सुरक्षित संस्करण, जो SSL/TLS एन्क्रिप्शन का उपयोग करता है, ताकि डेटा को सुरक्षित रूप से स्थानांतरित किया जा सके।
FTP (File Transfer Protocol): सर्वर और क्लाइंट के बीच बड़ी फाइलों के आदान-प्रदान के लिए प्रोटोकॉल; इसमें डेटा और कंट्रोल चैनल के लिए अलग-अलग कनेक्शन होते हैं।
SMTP (Simple Mail Transfer Protocol): यह प्रोटोकॉल मेल सर्वरों के बीच ईमेल भेजने के लिए उपयोग किया जाता है।
POP3 (Post Office Protocol 3): यह प्रोटोकॉल मेल सर्वर से ईमेल डाउनलोड करने के लिए उपयोग होता है और एक बार डाउनलोड के बाद मेल को सर्वर से हटा देता है।
IMAP (Internet Message Access Protocol): ईमेल को मेल सर्वर पर ही स्टोर करता है और उपयोगकर्ताओं को कहीं भी ईमेल एक्सेस करने की सुविधा देता है।
SNMP (Simple Network Management Protocol): नेटवर्क उपकरणों की निगरानी और प्रबंधन के लिए उपयोग किया जाता है।
DNS (Domain Name System): डोमेन नामों को IP पतों में अनुवादित करता है, जो URL को ब्राउज़र में टाइप करने पर IP पते की खोज में मदद करता है।
Telnet: रिमोट लॉगिन और टर्मिनल कनेक्शन के लिए प्रयोग होता है, लेकिन यह असुरक्षित होता है क्योंकि यह डेटा को एन्क्रिप्ट नहीं करता।
SSH (Secure Shell): Telnet का सुरक्षित विकल्प, जो डेटा को एन्क्रिप्ट करता है और रिमोट लॉगिन के लिए उपयोग होता है।
DHCP (Dynamic Host Configuration Protocol): नेटवर्क पर डिवाइस को IP एड्रेस और अन्य नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन सौंपता है।
NTP (Network Time Protocol): नेटवर्क उपकरणों के लिए समय सिंक्रनाइज़ेशन सुनिश्चित करता है।
LDAP (Lightweight Directory Access Protocol): नेटवर्क पर उपयोगकर्ता, समूह और अन्य संसाधनों की खोज और प्रमाणीकरण के लिए उपयोग किया जाता है।
प्रजेंटेशन लेयर प्रोटोकॉल
SSL/TLS (Secure Sockets Layer/Transport Layer Security): डेटा ट्रांसमिशन के दौरान एन्क्रिप्शन प्रदान करने के लिए उपयोग होता है, विशेष रूप से वेब ब्राउज़र और सर्वर के बीच।
JPEG (Joint Photographic Experts Group): यह इमेज फॉर्मेट है जो इमेज कंप्रेशन के लिए प्रयोग होता है।
GIF (Graphics Interchange Format): इमेज फॉर्मेट जो एनिमेटेड इमेज बनाने और छोटे आकार में इमेज ट्रांसमिशन के लिए उपयोगी है।
MPEG (Moving Picture Experts Group): यह वीडियो और ऑडियो के लिए एक डिजिटल फॉर्मेट है, जो कंप्रेशन के लिए प्रयोग होता है।
XDR (External Data Representation): डेटा को विभिन्न कंप्यूटर सिस्टम के बीच ट्रांसफर के दौरान मानकीकरण प्रदान करता है।
सेशन लेयर प्रोटोकॉल
NetBIOS (Network Basic Input/Output System): LAN पर एप्लिकेशन के बीच संचार के लिए उपयोग होता है।
PPTP (Point-to-Point Tunneling Protocol): वीपीएन (VPN) कनेक्शन स्थापित करने के लिए उपयोग होता है।
SMB (Server Message Block): नेटवर्क पर फ़ाइलों, प्रिंटर और अन्य संसाधनों के साझा उपयोग के लिए उपयोग होता है।
RPC (Remote Procedure Call): एक कंप्यूटर प्रोग्राम को दूसरे कंप्यूटर पर सर्विस करने के लिए उपयोग किया जाता है।
ट्रांसपोर्ट लेयर प्रोटोकॉल
TCP (Transmission Control Protocol): एक विश्वसनीय, कनेक्शन-उन्मुख प्रोटोकॉल है जो डेटा के क्रमबद्ध और त्रुटिरहित ट्रांसमिशन की गारंटी देता है।
UDP (User Datagram Protocol): यह एक कनेक्शन-रहित प्रोटोकॉल है जो तेज डेटा ट्रांसमिशन की अनुमति देता है, लेकिन डेटा की डिलीवरी की गारंटी नहीं देता।
SCTP (Stream Control Transmission Protocol): कई संदेशों को एक साथ भेजने की अनुमति देता है, TCP और UDP के गुणों को जोड़ता है।
SPX (Sequenced Packet Exchange): Novell NetWare नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए उपयोग किया जाता है, TCP के समान कार्य करता है।
नेटवर्क लेयर प्रोटोकॉल
IP (Internet Protocol): यह नेटवर्क लेयर का प्रमुख प्रोटोकॉल है जो डेटा पैकेट्स की रूटिंग और एड्रेसिंग करता है।
ICMP (Internet Control Message Protocol): नेटवर्क के भीतर त्रुटियों की रिपोर्टिंग और नैदानिक संदेशों के लिए प्रयोग किया जाता है।
IGMP (Internet Group Management Protocol): मल्टीकास्ट ग्रुप के प्रबंधन के लिए प्रयोग होता है।
OSPF (Open Shortest Path First): IP नेटवर्क के लिए लिंक-स्टेट रूटिंग प्रोटोकॉल; आंतरिक रूटिंग के लिए प्रयोग होता है।
EIGRP (Enhanced Interior Gateway Routing Protocol): हाइब्रिड रूटिंग प्रोटोकॉल, जो रूटिंग अपडेट को तेज और कुशल बनाता है।
RIP (Routing Information Protocol): एक डिस्टेंस-वेक्टर रूटिंग प्रोटोकॉल, जो अधिकतम 15 होप्स तक रूटिंग की अनुमति देता है।
BGP (Border Gateway Protocol): इंटरनेट पर अलग-अलग नेटवर्क (AS) के बीच रूटिंग के लिए उपयोग होता है।
IPsec (Internet Protocol Security): IP नेटवर्क पर सुरक्षित डेटा ट्रांसफर के लिए एन्क्रिप्शन और प्रमाणीकरण प्रदान करता है।
डाटा लिंक लेयर प्रोटोकॉल
Ethernet (IEEE 802.3): LAN नेटवर्क में डेटा फ्रेमिंग और मीडिया एक्सेस कंट्रोल के लिए स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल।
Wi-Fi (IEEE 802.11): वायरलेस नेटवर्किंग के लिए उपयोग किया जाने वाला प्रोटोकॉल।
ARP (Address Resolution Protocol): IP पते को MAC पते में अनुवादित करता है।
PPP (Point-to-Point Protocol): डायरेक्ट कनेक्शन के लिए डेटा लिंक प्रोटोकॉल।
HDLC (High-Level Data Link Control): पॉइंट-टू-पॉइंट और मल्टी-पॉइंट कनेक्शनों के लिए उपयोग किया जाने वाला बिट-ओरिएंटेड प्रोटोकॉल।
Frame Relay: पैकेट-स्विच्ड WAN नेटवर्क के लिए उपयोग किया जाने वाला डेटा लिंक प्रोटोकॉल।
ATM (Asynchronous Transfer Mode): उच्च गति डेटा ट्रांसफर के लिए सेल-स्विचिंग तकनीक।
MPLS (Multiprotocol Label Switching): तेज डेटा ट्रांसमिशन और नेटवर्क ट्रैफ़िक इंजीनियरिंग के लिए लेबल स्विचिंग तकनीक।
STP (Spanning Tree Protocol): नेटवर्क लूप्स को रोकने के लिए ब्रिजिंग और स्विचिंग टोपोलॉजी का प्रबंधन करता है।
फिजिकल लेयर प्रोटोकॉल और स्टैंडर्ड्स
Ethernet (IEEE 802.3): फिजिकल नेटवर्क मीडिया पर डेटा ट्रांसमिशन के लिए स्टैंडर्ड।
Wi-Fi (IEEE 802.11): वायरलेस नेटवर्किंग के लिए स्टैंडर्ड।
Bluetooth: छोटे दूरी के वायरलेस डेटा एक्सचेंज के लिए प्रोटोकॉल।
USB (Universal Serial Bus): डिवाइस और कंप्यूटर के बीच डेटा ट्रांसफर के लिए मानक।
DSL (Digital Subscriber Line): टेलीफोन लाइनों पर हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस के लिए प्रोटोकॉल।
ISDN (Integrated Services Digital Network): डिजिटल नेटवर्क पर वॉयस और डेटा संचार के लिए स्टैंडर्ड।
विभिन्न भौतिक नेटवर्क इंटरफेस (केबल्स, फाइबर ऑप्टिक्स): नेटवर्क कनेक्शन के लिए उपयोग किए जाने वाले माध्यम, जैसे कि कोएक्सियल केबल, टwisted Pair, और फाइबर ऑप्टिक केबल।
ये सभी प्रोटोकॉल नेटवर्किंग और डेटा संचार के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं, जिससे एक मजबूत और सुरक्षित नेटवर्क संरचना का निर्माण होता है।
6.3.5 ISP और ISP की भूमिका
ISP (Internet Service Provider): यह एक सेवा प्रदाता होता है जो इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करता है। ISP उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट तक पहुंच प्रदान करता है और कनेक्टिविटी समस्याओं को हल करता है।
भूमिका:
इंटरनेट कनेक्टिविटी: उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट से जोड़ना।
तकनीकी समर्थन: नेटवर्क समस्याओं और कनेक्टिविटी मुद्दों को हल करना।
6.3.6 इंटरनेट प्रोटोकॉल
परिभाषा: इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) डेटा ट्रांसमिशन के नियम और मानक सेट करता है। यह सुनिश्चित करता है कि डेटा सही तरीके से एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में पहुंच जाए।
प्रमुख प्रोटोकॉल्स:
TCP (Transmission Control Protocol): डेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर विश्वसनीय तरीके से ट्रांसफर करता है।
HTTP (Hypertext Transfer Protocol): वेब पेजों और डेटा का आदान-प्रदान करता है।
FTP (File Transfer Protocol): फाइलों को एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम पर ट्रांसफर करता है।
6.3.7 इंटरनेट कनेक्ट करने के तरीके
हॉटस्पॉट: मोबाइल डिवाइस या राउटर से इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करता है। यह वायरलेस नेटवर्क के माध्यम से काम करता है।
WiFi: एक वायरलेस नेटवर्क तकनीक है जो इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करती है। यह घर, कार्यालय, या सार्वजनिक स्थानों पर उपलब्ध हो सकता है।
LAN केबल: एक तार द्वारा इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करता है। यह स्थिर और उच्च गति की कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
ब्रॉडबैंड: उच्च गति की इंटरनेट सेवा है, जो डाटा को जल्दी और प्रभावी ढंग से ट्रांसफर करती है।
USB टेथरिंग: मोबाइल डेटा का उपयोग करके अन्य डिवाइसों को इंटरनेट से जोड़ने की सुविधा।
6.3.8 IP/MAC/IMEI की पहचान और उपयोग
IP पता: नेटवर्क पर प्रत्येक डिवाइस की पहचान के लिए उपयोग किया जाता है।
MAC पता: नेटवर्क इंटरफेस कार्ड की अद्वितीय पहचान के लिए उपयोग किया जाता है। यह हार्डवेयर की पहचान में सहायक है।
IMEI नंबर: मोबाइल डिवाइस की पहचान के लिए उपयोग किया जाता है। यह मोबाइल फोन को विशिष्ट रूप से पहचानता है।
6.4 लोकप्रिय वेब ब्राउज़र
Internet Explorer/Edge: Microsoft द्वारा विकसित ब्राउज़र, जो विभिन्न वेब मानकों का समर्थन करता है। Edge ने नई सुविधाओं और बेहतर प्रदर्शन के साथ Internet Explorer को बदल दिया है।
Chrome: Google द्वारा विकसित ब्राउज़र, जो तेज़ गति, सुरक्षा, और कस्टमाइज़ेशन की सुविधा प्रदान करता है।
Mozilla Firefox: एक ओपन-सोर्स ब्राउज़र, जो व्यक्तिगत गोपनीयता और कस्टमाइज़ेशन पर ध्यान केंद्रित करता है।
Opera: एक ब्राउज़र जो अतिरिक्त सुविधाओं जैसे VPN, ऐडब्लॉक और बुकमार्क्स के साथ आता है।
6.5 इंटरनेट का अन्वेषण
6.5.1 वेब सर्फिंग
परिभाषा: विभिन्न वेबसाइटों और वेब पेजों पर ब्राउज़ करना और जानकारी प्राप्त करना। इसमें एक वेब ब्राउज़र का उपयोग किया जाता है।
उपकरण: वेब ब्राउज़र जैसे Chrome, Firefox, या Edge का उपयोग किया जाता है।
6.5.2 लोकप्रिय सर्च इंजन
गूगल: सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन, जो सटीक और तेज़ खोज परिणाम प्रदान करता है।
बिंग: Microsoft द्वारा विकसित सर्च इंजन, जो चित्र और वीडियो की बेहतर खोज की सुविधा प्रदान करता है।
याहू: एक पुराना सर्च इंजन, जो अब Bing के साथ साझेदारी में काम करता है।
6.5.3 इंटरनेट पर खोज
कीवर्ड्स: सर्च इंजन में सही जानकारी प्राप्त करने के लिए उपयोग किए जाने वाले शब्द या वाक्यांश।
सर्च क्वेरी: उपयोगकर्ता द्वारा डाले गए प्रश्न या वाक्यांश, जो सर्च इंजन पर डेटा खोजने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
6.5.4 वेब पेज डाउनलोडिंग
परिभाषा: वेब पेजों को ऑफलाइन देखने के लिए डाउनलोड करना। इसमें ब्राउज़र की “सेव पेज एज़” सुविधा का उपयोग किया जाता है।
उपकरण: वेब ब्राउज़र या डाउनलोड प्रबंधक।
6.5.5 वेब पेज प्रिंटिंग
परिभाषा: वेब पेज की भौतिक कॉपी प्राप्त करने के लिए प्रिंट करना। इसमें ब्राउज़र की प्रिंट सुविधा का उपयोग किया जाता है।
उपकरण: प्रिंटर और ब्राउज़र में प्रिंट ऑप्शन।
6.6 सारांश
इस अध्याय ने हमें इंटरनेट और WWW की बुनियादी अवधारणाओं, नेटवर्क टोपोलॉजी के प्रकारों, और इंटरनेट से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान की है। इन विषयों को समझना CCC परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है और यह इंटरनेट की समग्र समझ को गहरा करेगा।
d) Multi-Protocol Language Switching Answer: a) Multi-Protocol Label Switching
Telnet का उपयोग किसके लिए होता है?
a) रिमोट लॉगिन
b) डेटा एन्क्रिप्शन
c) फाइल ट्रांसफर
d) ईमेल भेजना Answer: a) रिमोट लॉगिन
SSL/TLS का उपयोग किस प्रकार की सुरक्षा के लिए होता है?
a) वॉइस सुरक्षा
b) डेटा सुरक्षा
c) नेटवर्क सुरक्षा
d) फाइल सुरक्षा Answer: c) नेटवर्क सुरक्षा
RIP वर्जन 1 और RIP वर्जन 2 में क्या मुख्य अंतर है?
a) प्रोटोकॉल लेयर
b) एन्क्रिप्शन
c) क्लासफुल और क्लासलेस रूटिंग
d) डेटा ट्रांसफर Answer: c) क्लासफुल और क्लासलेस रूटिंग
Ethernet में MAC एड्रेस का उपयोग किसके लिए किया जाता है?
a) फाइल ट्रांसफर
b) डेटा एन्क्रिप्शन
c) पैकेट डिलीवरी
d) रूटिंग Answer: c) पैकेट डिलीवरी
SSL का उपयोग HTTPS में क्यों किया जाता है?
a) फाइल ट्रांसफर के लिए
b) सुरक्षित वेब ब्राउज़िंग के लिए
c) ईमेल भेजने के लिए
d) डेटा ट्रांसफर के लिए Answer: b) सुरक्षित वेब ब्राउज़िंग के लिए
PPTP का उपयोग किसके लिए होता है? – a) वीपीएन कनेक्शन – b) फाइल ट्रांसफर – c) ईमेल भेजना – d) डेटा एन्क्रिप्शन Answer: a) वीपीएन कनेक्शन
ये 100 MCQs CCC परीक्षा की तैयारी के लिए डिज़ाइन किए गए हैं और विभिन्न नेटवर्किंग प्रोटोकॉल और तकनीकों पर आधारित हैं। इनका अभ्यास करने से छात्रों को नेटवर्किंग के बुनियादी और एडवांस कॉन्सेप्ट्स को समझने में मदद मिलेगी।
1-20: एप्लिकेशन और प्रजेंटेशन लेयर प्रोटोकॉल्स
HTTP (Hypertext Transfer Protocol) एक सुरक्षित प्रोटोकॉल है। Answer: False
HTTPS डेटा को एन्क्रिप्ट करके सुरक्षित ट्रांसफर सुनिश्चित करता है। Answer: True
FTP (File Transfer Protocol) का उपयोग फाइल ट्रांसफर के लिए किया जाता है। Answer: True
SMTP का उपयोग ईमेल प्राप्त करने के लिए होता है। Answer: False
POP3 ईमेल भेजने के लिए उपयोग किया जाता है। Answer: False
IMAP का उपयोग ईमेल को सर्वर पर रखकर मैनेज करने के लिए किया जाता है। Answer: True
DNS (Domain Name System) IP पते को डोमेन नाम में बदलता है। Answer: False
Telnet एक असुरक्षित रिमोट लॉगिन प्रोटोकॉल है। Answer: True
SSH (Secure Shell) असुरक्षित नेटवर्क कनेक्शन के लिए उपयोग किया जाता है। Answer: False
DHCP (Dynamic Host Configuration Protocol) का उपयोग IP एड्रेस असाइन करने के लिए होता है। Answer: True
NTP (Network Time Protocol) का उपयोग नेटवर्क टाइम को सिंक्रोनाइज करने के लिए किया जाता है। Answer: True
LDAP (Lightweight Directory Access Protocol) फाइल ट्रांसफर के लिए उपयोग किया जाता है। Answer: False
SSL/TLS वेब ब्राउज़िंग के दौरान डेटा को एन्क्रिप्ट करता है। Answer: True
JPEG एक ऑडियो फाइल फॉर्मेट है। Answer: False
GIF (Graphics Interchange Format) का उपयोग एनिमेटेड इमेज के लिए किया जाता है। Answer: True
MPEG (Moving Picture Experts Group) का उपयोग ऑडियो फाइल्स के लिए किया जाता है। Answer: False
XDR (External Data Representation) का उपयोग डेटा एन्कोडिंग के लिए किया जाता है। Answer: True
NetBIOS का उपयोग नेटवर्क एन्क्रिप्शन के लिए किया जाता है। Answer: False
PPTP (Point-to-Point Tunneling Protocol) का उपयोग VPN कनेक्शन के लिए किया जाता है। Answer: True
SMB (Server Message Block) नेटवर्क फाइल शेयरिंग के लिए उपयोग होता है। Answer: True
21-40: ट्रांसपोर्ट और नेटवर्क लेयर प्रोटोकॉल्स
TCP (Transmission Control Protocol) एक कनेक्शनलेस प्रोटोकॉल है। Answer: False
UDP (User Datagram Protocol) कनेक्शनलेस प्रोटोकॉल है। Answer: True
SCTP (Stream Control Transmission Protocol) रियल-टाइम डेटा ट्रांसमिशन के लिए उपयोग होता है। Answer: True
SPX (Sequenced Packet Exchange) का उपयोग IPX प्रोटोकॉल के साथ होता है। Answer: True
IP (Internet Protocol) का उपयोग नेटवर्क डेटा पैकेट्स की रूटिंग के लिए होता है। Answer: True
ICMP (Internet Control Message Protocol) का उपयोग डेटा एन्क्रिप्शन के लिए किया जाता है। Answer: False
IGMP (Internet Group Management Protocol) का उपयोग मल्टीकास्टिंग के लिए किया जाता है। Answer: True
OSPF (Open Shortest Path First) एक इंटरनल गेटवे प्रोटोकॉल है। Answer: True
RIP (Routing Information Protocol) एक लिंक स्टेट रूटिंग प्रोटोकॉल है। Answer: False
EIGRP (Enhanced Interior Gateway Routing Protocol) एक हाइब्रिड रूटिंग प्रोटोकॉल है। Answer: True
BGP (Border Gateway Protocol) एक एक्सटीरियर गेटवे प्रोटोकॉल है। Answer: True
IPv4 एड्रेस की लंबाई 64 बिट होती है। Answer: False
IPv6 एड्रेस की लंबाई 128 बिट होती है। Answer: True
NAT (Network Address Translation) का उपयोग पब्लिक IP एड्रेस को प्राइवेट IP एड्रेस में बदलने के लिए किया जाता है। Answer: False
ARP (Address Resolution Protocol) का उपयोग MAC एड्रेस को IP एड्रेस में बदलने के लिए किया जाता है। Answer: False
SNMP (Simple Network Management Protocol) नेटवर्क मॉनिटरिंग के लिए उपयोग किया जाता है। Answer: True
RDP (Remote Desktop Protocol) का उपयोग रिमोट एक्सेस के लिए किया जाता है। Answer: True
IPsec (Internet Protocol Security) का उपयोग नेटवर्क लेयर सुरक्षा के लिए होता है। Answer: True
MPLS (Multi-Protocol Label Switching) एक डेटा लिंक लेयर प्रोटोकॉल है। Answer: False
IGRP (Interior Gateway Routing Protocol) एक डिस्टेंस-वेक्टर रूटिंग प्रोटोकॉल है। Answer: True
41-60: डेटा लिंक और फिजिकल लेयर प्रोटोकॉल्स
Ethernet (IEEE 802.3) का उपयोग लोकल एरिया नेटवर्क के लिए किया जाता है। Answer: True
Wi-Fi (IEEE 802.11) का उपयोग वाइड एरिया नेटवर्क के लिए किया जाता है। Answer: False
Bluetooth एक वाइड एरिया नेटवर्क प्रोटोकॉल है। Answer: False
USB (Universal Serial Bus) डेटा ट्रांसफर के लिए उपयोग होता है। Answer: True
DSL (Digital Subscriber Line) एक ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन के लिए उपयोग होता है। Answer: True
ISDN (Integrated Services Digital Network) का उपयोग केवल वॉइस संचार के लिए होता है। Answer: False
HDLC (High-Level Data Link Control) एक असिंक्रोनस डेटा लिंक लेयर प्रोटोकॉल है। Answer: False
Frame Relay का उपयोग लो-स्पीड डेटा ट्रांसफर के लिए किया जाता है। Answer: False
ATM (Asynchronous Transfer Mode) एक सर्किट स्विचिंग तकनीक है। Answer: False
STP (Spanning Tree Protocol) का उपयोग लूप फ्री नेटवर्क सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। Answer: True
PPP (Point-to-Point Protocol) का उपयोग डेटा लिंक लेयर में होता है। Answer: True
Wi-Fi Protected Access (WPA) का उपयोग नेटवर्क सुरक्षा के लिए किया जाता है। Answer: True
Ethernet में MAC एड्रेस का उपयोग पैकेट डिलीवरी के लिए किया जाता है। Answer: True
PPTP का उपयोग ईमेल भेजने के लिए किया जाता है। Answer: False
ARP नेटवर्क की MAC एड्रेस और IP एड्रेस के बीच मैपिंग के लिए उपयोग किया जाता है। Answer: True
USB केवल नेटवर्क डिवाइस के लिए उपयोग होता है। Answer: False
SNMP केवल सुरक्षा के लिए उपयोग होता है। Answer: False
OSPF एक एक्सटीरियर गेटवे प्रोटोकॉल है। Answer: False
SMTP का उपयोग ईमेल भेजने के लिए किया जाता है। Answer: True
POP3 का उपयोग ईमेल पढ़ने और सर्वर से हटाने के लिए किया जाता है। Answer: True
61-80: नेटवर्किंग के विभिन्न कॉन्सेप्ट्स और प्रोटोकॉल्स
RIP वर्जन 1 और वर्जन 2 में कोई अंतर नहीं है। Answer: False
EIGRP एक केवल डिस्टेंस-वेक्टर रूटिंग प्रोटोकॉल है। Answer: False
OSPF में रूटिंग अपडेट्स की फ्रीक्वेंसी कम होती है। Answer: True
Wi-Fi नेटवर्क सुरक्षा के लिए WEP (Wired Equivalent Privacy) सबसे सुरक्षित तरीका है। Answer: False
BGP का उपयोग इंटर-डोमेन रूटिंग के लिए किया जाता है। Answer: True
ARP का उपयोग IP एड्रेस को MAC एड्रेस में मैप करने के लिए किया जाता है। Answer: True
ICMP का उपयोग पिंग कमांड के लिए होता है। Answer: True
IGMP का उपयोग यूनिकास्टिंग के लिए किया जाता है। Answer: False
PPP का उपयोग सीरियल कनेक्शनों के लिए किया जाता है। Answer: True
SSL और TLS एक जैसे होते हैं और समान सुरक्षा प्रदान करते हैं। Answer: False
HDLC केवल पॉइंट-टू-पॉइंट नेटवर्क्स के लिए उपयोग होता है। Answer: True
Ethernet एक असुरक्षित नेटवर्क है। Answer: False
STP का उपयोग डेटा ट्रांसफर की गति बढ़ाने के लिए किया जाता है। Answer: False
XDR एक ऑडियो एन्कोडिंग फॉर्मेट है। Answer: False
PPTP और L2TP (Layer 2 Tunneling Protocol) दोनों का उपयोग VPN के लिए होता है। Answer: True
LDAP एक नेटवर्क फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल है। Answer: False
ARP नेटवर्क में रूटिंग के लिए उपयोग किया जाता है। Answer: False
RDP का उपयोग केवल डेटा ट्रांसफर के लिए किया जाता है। Answer: False
NetBIOS का उपयोग नेटवर्क डिवाइस की पहचान के लिए किया जाता है। Answer: True
IMAP का उपयोग ईमेल प्राप्त करने और उन्हें सर्वर पर ही बनाए रखने के लिए होता है। Answer: True
81-100: एडवांस्ड नेटवर्किंग और प्रोटोकॉल्स
IPsec केवल IPv4 के लिए डिज़ाइन किया गया है। Answer: False
MPLS केवल LAN नेटवर्क के लिए उपयोग होता है। Answer: False
Ethernet केवल वायर्ड कनेक्शन के लिए है। Answer: True
Frame Relay एक सर्किट स्विच्ड नेटवर्क है। Answer: False
ATM का उपयोग केवल वॉइस ट्रांसमिशन के लिए किया जाता है। Answer: False
OSPF और BGP दोनों लिंक स्टेट रूटिंग प्रोटोकॉल्स हैं। Answer: False
IGMP का उपयोग मल्टीकास्ट ग्रुप्स को मैनेज करने के लिए किया जाता है। Answer: True
PPTP एक सुरक्षित VPN प्रोटोकॉल है। Answer: False
BGP एक स्टेटिक रूटिंग प्रोटोकॉल है। Answer: False
FTP का उपयोग केवल डेटा ट्रांसफर के लिए होता है और इसमें कोई सुरक्षा नहीं होती है। Answer: True
IPv6 एड्रेसिंग 128-बिट एड्रेस का उपयोग करती है। Answer: True
RIP केवल LAN नेटवर्क के लिए उपयोग होता है। Answer: False
Ethernet का उपयोग केवल MAC एड्रेस के साथ होता है। Answer: True
ICMP का उपयोग नेटवर्क डायग्नोस्टिक्स के लिए किया जाता है। Answer: True
Wi-Fi नेटवर्क में WPA2 सुरक्षा का सबसे उच्च स्तर है। Answer: True
SNMP का उपयोग नेटवर्क के फिजिकल लेयर में होता है। Answer: False
SSL का उपयोग केवल वेब ट्रैफिक को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है। Answer: False
Ethernet और Wi-Fi दोनों IEEE के मानक हैं। Answer: True
ARP का उपयोग MAC एड्रेस को IPv6 एड्रेस में बदलने के लिए किया जाता है। Answer: False
NetBIOS एक उच्च स्तरीय प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग केवल इंटरनेट पर किया जाता है। Answer: False
यहां CCC परीक्षा के लिए “Introduction to Internet and WWW” चैप्टर पर आधारित 50 महत्वपूर्ण FAQs हिंदी में दिए गए हैं:
1. इंटरनेट क्या है?
इंटरनेट एक वैश्विक नेटवर्क है जो लाखों निजी, सार्वजनिक, शैक्षणिक, व्यावसायिक और सरकारी नेटवर्क को जोड़ता है।
2. वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) क्या है?
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) इंटरनेट पर एक सूचना प्रणाली है जो दस्तावेजों को हाइपरलिंक के माध्यम से जोड़ती है।
3. लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) क्या है?
लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) एक नेटवर्क है जो छोटे भौगोलिक क्षेत्र जैसे कि एक इमारत या परिसर के भीतर कंप्यूटरों को जोड़ता है।
4. LAN के क्या लाभ हैं?
LAN उच्च डेटा ट्रांसफर गति और सीमित क्षेत्र के भीतर बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है।
5. वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) क्या है?
वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) एक नेटवर्क है जो बड़े भौगोलिक क्षेत्र जैसे कई शहरों या देशों में फैला होता है।
6. WAN के क्या नुकसान हैं?
WAN की तुलना में LAN के मुकाबले डेटा ट्रांसफर गति कम होती है और सेटअप और रखरखाव की लागत अधिक होती है।
7. नेटवर्क टोपोलॉजी क्या है?
नेटवर्क टोपोलॉजी नेटवर्क उपकरणों की व्यवस्था या लेआउट और उनके आपसी संबंध को संदर्भित करती है।
8. स्टार टोपोलॉजी क्या है?
स्टार टोपोलॉजी एक नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन है जिसमें सभी डिवाइस एक केंद्रीय हब या स्विच से जुड़े होते हैं।
9. स्टार टोपोलॉजी के क्या लाभ हैं?
स्टार टोपोलॉजी को स्थापित करना और प्रबंधित करना आसान है, और एक डिवाइस की विफलता शेष नेटवर्क को प्रभावित नहीं करती है।
10. रिंग टोपोलॉजी क्या है?
रिंग टोपोलॉजी एक नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन है जिसमें प्रत्येक डिवाइस दो अन्य डिवाइस से जुड़ा होता है, जो एक गोलाकार डेटा पथ बनाता है।
11. बस टोपोलॉजी क्या है?
बस टोपोलॉजी एक नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन है जिसमें सभी डिवाइस एक सामान्य संचार लाइन या बस साझा करते हैं।
12. बस टोपोलॉजी की क्या खामियां हैं?
बस टोपोलॉजी टकराव से प्रभावित हो सकती है और इसमें सीमित स्केलेबिलिटी होती है।
13. मेश टोपोलॉजी क्या है?
मेश टोपोलॉजी एक नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन है जिसमें प्रत्येक डिवाइस नेटवर्क के प्रत्येक अन्य डिवाइस से जुड़ा होता है।
14. मेश टोपोलॉजी के क्या लाभ हैं?
मेश टोपोलॉजी उच्च विश्वसनीयता और रिडंडेंसी प्रदान करती है क्योंकि इसमें डेटा ट्रांसमिशन के लिए कई रास्ते होते हैं।
15. OSI मॉडल क्या है?
OSI मॉडल एक अवधारणात्मक ढांचा है जो नेटवर्क इंटरैक्शन को सात परतों में समझने के लिए उपयोग किया जाता है: फिजिकल, डेटा लिंक, नेटवर्क, ट्रांसपोर्ट, सेशन, प्रेजेंटेशन, और एप्लिकेशन।
16. OSI मॉडल में नेटवर्क लेयर का क्या कार्य है?
नेटवर्क लेयर डेटा पैकेट रूटिंग और लॉजिकल एड्रेसिंग के लिए जिम्मेदार होती है।
17. TCP/IP मॉडल क्या है?
TCP/IP मॉडल एक सरलीकृत मॉडल है जिसका उपयोग नेटवर्क संचार के लिए किया जाता है, जिसमें चार परतें होती हैं: नेटवर्क इंटरफेस, इंटरनेट, ट्रांसपोर्ट, और एप्लिकेशन।
18. URL क्या है?
URL (Uniform Resource Locator) एक अद्वितीय पता है जिसका उपयोग इंटरनेट पर एक वेब पेज तक पहुँचने के लिए किया जाता है।
19. IP एड्रेस क्या है?
IP एड्रेस एक अद्वितीय संख्यात्मक लेबल है जो इंटरनेट प्रोटोकॉल का उपयोग करने वाले प्रत्येक डिवाइस को असाइन किया जाता है।
20. IPv4 और IPv6 में क्या अंतर है?
IPv4 32-बिट एड्रेस फॉर्मेट का उपयोग करता है, जबकि IPv6 128-बिट एड्रेस फॉर्मेट का उपयोग करता है, जिससे अधिक अद्वितीय एड्रेस उपलब्ध होते हैं।
21. HTTP क्या है?
HTTP (Hypertext Transfer Protocol) एक प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग इंटरनेट पर हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।
22. HTTPS क्या है?
HTTPS (Hypertext Transfer Protocol Secure) HTTP का एक विस्तार है जो ब्राउज़र और सर्वर के बीच डेटा को एन्क्रिप्ट करके एक सुरक्षा परत जोड़ता है।
23. वेब ब्राउज़र क्या है?
वेब ब्राउज़र एक सॉफ़्टवेयर है जिसका उपयोग इंटरनेट पर वेबसाइटों को एक्सेस करने और देखने के लिए किया जाता है।
24. सर्च इंजन क्या है?
सर्च इंजन एक सॉफ़्टवेयर सिस्टम है जो वेब खोज को अंजाम देने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे उपयोगकर्ताओं को वर्ल्ड वाइड वेब पर जानकारी खोजने में मदद मिलती है।
25. ईमेल क्या है?
ईमेल (इलेक्ट्रॉनिक मेल) इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल संदेशों का आदान-प्रदान करने की एक विधि है।
26. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म क्या हैं?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे Facebook, Twitter, और Instagram ऑनलाइन सेवाएँ हैं जो सामाजिक नेटवर्किंग और जानकारी साझा करने की सुविधा प्रदान करती हैं।
27. ऑनलाइन शॉपिंग क्या है?
ऑनलाइन शॉपिंग इंटरनेट पर सामान या सेवाएँ खरीदने की प्रक्रिया है।
28. नेटवर्क में राउटर का क्या उद्देश्य है?
राउटर एक उपकरण है जो कंप्यूटर नेटवर्क के बीच डेटा पैकेट को अग्रेषित करता है, और इंटरनेट पर ट्रैफ़िक को मार्गदर्शित करता है।
29. TCP/IP मॉडल में ट्रांसपोर्ट लेयर का क्या कार्य है?
ट्रांसपोर्ट लेयर एंड-टू-एंड संचार और त्रुटि वसूली के लिए जिम्मेदार होती है।
30. DNS क्या है?
DNS (डोमेन नेम सिस्टम) एक पदानुक्रमित नामकरण प्रणाली है जो डोमेन नामों को IP पते में अनुवाद करती है।
31. DHCP क्या है?
DHCP (डायनामिक होस्ट कॉन्फ़िगरेशन प्रोटोकॉल) एक नेटवर्क प्रबंधन प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग नेटवर्क पर डिवाइस को डायनामिक रूप से IP एड्रेस असाइन करने के लिए किया जाता है।
32. FTP क्या है?
FTP (फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल) एक मानक नेटवर्क प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग TCP-आधारित नेटवर्क पर एक होस्ट से दूसरे होस्ट पर फाइल ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।
33. टेलनेट क्या है?
टेलनेट एक नेटवर्क प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग दूरस्थ उपकरणों के साथ संचार के लिए कमांड-लाइन इंटरफेस प्रदान करने के लिए किया जाता है।
34. SSH क्या है?
SSH (सिक्योर शेल) एक प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग नेटवर्क पर उपकरणों को सुरक्षित रूप से एक्सेस और प्रबंधित करने के लिए किया जाता है।
35. एन्क्रिप्शन क्या है?
एन्क्रिप्शन एक प्रक्रिया है जिसमें डेटा को कोडित रूप में परिवर्तित किया जाता है ताकि अनधिकृत पहुँच से बचा जा सके।
36. मोडेम क्या है?
मोडेम एक उपकरण है जो डिजिटल डेटा ट्रांसमिशन के लिए एनालॉग संकेतों को मॉड्युलेट और डेमोड्युलेट करता है।
37. वाई-फाई क्या है?
वाई-फाई एक वायरलेस नेटवर्किंग तकनीक है जो रेडियो तरंगों का उपयोग करके उच्च गति इंटरनेट और नेटवर्क कनेक्शन प्रदान करती है।
38. ईथरनेट क्या है?
ईथरनेट स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क (LAN) के लिए व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली वायर्ड नेटवर्क तकनीक है।
39. ICMP क्या है?
ICMP (इंटरनेट कंट्रोल मैसेज प्रोटोकॉल) का उपयोग नेटवर्क में त्रुटि संदेशों और संचालन जानकारी के प्रश्नों के लिए किया जाता है।
40. SNMP क्या है?
SNMP (सिंपल नेटवर्क मैनेजमेंट प्रोटोकॉल) एक प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग नेटवर्क प्रबंधन और निगरानी के लिए किया जाता है।
41. VoIP क्या है?
VoIP (वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) एक तकनीक है जो इंटरनेट पर वॉयस संचार की अनुमति देती है।
42. फायरवॉल क्या है?
फायरवॉल एक नेटवर्क सुरक्षा प्रणाली है जो निर्धारित सुरक्षा नियमों के आधार पर इनकमिंग और आउटगोइंग नेटवर्क ट्रैफ़िक की निगरानी और नियंत्रण करती है।
43. प्रॉक्सी सर्वर क्या है?
प्रॉक्सी सर्वर एक मध्यस्थ के रूप में कार्य करता है जो क्लाइंट और इंटरनेट के बीच होता है, गोपनीयता और सुरक्षा को बढ़ाता है।
44. क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है?
क्लाउड कंप्यूटिंग इंटरनेट के माध्यम से डेटा, स्टोरेज, और एप्लिकेशन जैसी कंप्यूटिंग सेवाएं प्रदान करने की एक विधि है।
45. वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) क्या है?
VPN एक नेटवर्क तकनीक है जो एक सुरक्षित और एन्क्रिप्टेड कनेक्शन बनाती है, जो इंटरनेट के माध्यम से डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा को बढ़ाती है।
46. पीयर-टू-पीयर (P2P) नेटवर्क क्या है?
P2P नेटवर्क एक वितरित नेटवर्क आर्किटेक्चर है जहां प्रत्येक डिवाइस (पीयर) नेटवर्क में अन्य डिवाइसों के साथ सीधे संपर्क करता है।
47. बैंडविड्थ क्या है?
बैंडविड्थ डेटा ट्रांसफर की दर है, जो एक नेटवर्क कनेक्शन पर एक समय में प्रसारित की जा सकने वाली अधिकतम डेटा की मात्रा को दर्शाती है।
48. साइबर सुरक्षा क्या है?
साइबर सुरक्षा इंटरनेट से जुड़े सिस्टम जैसे हार्डवेयर, सॉफ़्टवेयर और डेटा को साइबर हमलों से बचाने की प्रथा है।
49. ब्लूटूथ क्या है?
ब्लूटूथ एक वायरलेस तकनीक मानक है जिसका उपयोग मोबाइल डिवाइस, कंप्यूटर, और अन्य उपकरणों के बीच डेटा का आदान-प्रदान करने के लिए किया जाता है।
50. इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) क्या है?
इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) एक नेटवर्क है जो भौतिक वस्तुओं को इंटरनेट से जोड़ता है, जिससे वे डेटा भेज सकते हैं और प्राप्त कर सकते हैं।
ये प्रश्न CCC और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण हैं और इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब की बुनियादी अवधारणाओं को समझने में आपकी मदद करेंगे।
यहां “Introduction to Internet and WWW” चैप्टर के आधार पर CCC परीक्षा के लिए 100 महत्वपूर्ण फुल फॉर्म दिए गए हैं:
IP – Internet Protocol
TCP – Transmission Control Protocol
UDP – User Datagram Protocol
HTTP – Hypertext Transfer Protocol
HTTPS – Hypertext Transfer Protocol Secure
URL – Uniform Resource Locator
ISP – Internet Service Provider
WWW – World Wide Web
LAN – Local Area Network
WAN – Wide Area Network
MAN – Metropolitan Area Network
VPN – Virtual Private Network
DNS – Domain Name System
FTP – File Transfer Protocol
SMTP – Simple Mail Transfer Protocol
POP – Post Office Protocol
IMAP – Internet Message Access Protocol
DSL – Digital Subscriber Line
Wi-Fi – Wireless Fidelity
HTML – Hypertext Markup Language
XML – Extensible Markup Language
CSS – Cascading Style Sheets
PHP – Hypertext Preprocessor
SQL – Structured Query Language
VoIP – Voice over Internet Protocol
ICMP – Internet Control Message Protocol
OSI – Open Systems Interconnection
MAC – Media Access Control
NAT – Network Address Translation
P2P – Peer-to-Peer
SSID – Service Set Identifier
MAC – Media Access Control
ARP – Address Resolution Protocol
RARP – Reverse Address Resolution Protocol
SSL – Secure Sockets Layer
TLS – Transport Layer Security
WLAN – Wireless Local Area Network
WAN – Wide Area Network
PAN – Personal Area Network
SAN – Storage Area Network
TLD – Top-Level Domain
IANA – Internet Assigned Numbers Authority
IETF – Internet Engineering Task Force
ICANN – Internet Corporation for Assigned Names and Numbers
W3C – World Wide Web Consortium
ASCII – American Standard Code for Information Interchange
JPEG – Joint Photographic Experts Group
GIF – Graphics Interchange Format
PNG – Portable Network Graphics
PDF – Portable Document Format
RSS – Really Simple Syndication
API – Application Programming Interface
IoT – Internet of Things
CCTV – Closed-Circuit Television
GPS – Global Positioning System
AI – Artificial Intelligence
ML – Machine Learning
USB – Universal Serial Bus
CDN – Content Delivery Network
SEO – Search Engine Optimization
SEM – Search Engine Marketing
B2B – Business to Business
B2C – Business to Consumer
C2C – Consumer to Consumer
GSM – Global System for Mobile Communications
CDMA – Code Division Multiple Access
EDGE – Enhanced Data rates for GSM Evolution
LTE – Long-Term Evolution
MIME – Multipurpose Internet Mail Extensions
DOS – Denial of Service
DDoS – Distributed Denial of Service
VPN – Virtual Private Network
RSSI – Received Signal Strength Indicator
QoS – Quality of Service
WAN – Wide Area Network
LAN – Local Area Network
VPN – Virtual Private Network
WAN – Wide Area Network
DHCP – Dynamic Host Configuration Protocol
VLAN – Virtual Local Area Network
DMZ – Demilitarized Zone
IDS – Intrusion Detection System
IPS – Intrusion Prevention System
SIEM – Security Information and Event Management
CSRF – Cross-Site Request Forgery
XSS – Cross-Site Scripting
RDP – Remote Desktop Protocol
SMB – Server Message Block
NFS – Network File System
GUI – Graphical User Interface
CLI – Command Line Interface
VPN – Virtual Private Network
HTML – Hypertext Markup Language
CSS – Cascading Style Sheets
IP – Internet Protocol
TCP/IP – Transmission Control Protocol/Internet Protocol
HTTP – Hypertext Transfer Protocol
HTTPS – Hypertext Transfer Protocol Secure
SSL – Secure Sockets Layer
TLS – Transport Layer Security
ये सभी फुल फॉर्म CCC परीक्षा के “Introduction to Internet and WWW” चैप्टर से संबंधित महत्वपूर्ण टर्म्स और प्रोटोकॉल का संक्षिप्त रूप हैं, जो छात्रों को इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब की बुनियादी अवधारणाओं को समझने में मदद करेंगे।
इस पोस्ट में हमने Introduction to Internet and WWW के बारे में विस्तार से चर्चा की है, जिसमें MCQ, True/False, FAQ, Full Forms, और Shortcuts को शामिल किया गया है, जो कि CCC, BCC, ACC, O/A-Level और अन्य competitive exams की तैयारी के लिए बहुत ही लाभदायक हैं। उम्मीद है कि आपको यह जानकारी उपयोगी लगी होगी। अगर आप और भी ऐसे ही उपयोगी content चाहते हैं, तो कृपया इसे अपने दोस्तों और अन्य लोगों के साथ शेयर करें, और हमारे चैनल को लाइक और सब्सक्राइब करना ना भूलें। अगर आपके मन में कोई सवाल है, तो हमें कमेंट में जरूर बताएं। धन्यवाद! Introduction to Internet and WWW के बारे में और जानने के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।
LibreOffice Calc सूत्र स्प्रेडशीट प्रबंधन के लिए मौलिक उपकरण हैं। बुनियादी फ़ंक्शंस जैसे SUM और AVERAGE उपयोगकर्ताओं को सरल गणितीय संचालन और सांख्यिकीय विश्लेषण करने की अनुमति देते हैं, जबकि अधिक उन्नत फ़ंक्शंस जैसे VLOOKUP और IF जटिल डेटा क्वेरी और शर्तीय तर्क को संभालने में मदद करते हैं। पाठ प्रसंस्करण के लिए, CONCATENATE और LEFT जैसे फ़ंक्शंस अनमोल हैं, जबकि तिथि और समय के फ़ंक्शंस जैसे NOW और DATE समय संबंधी डेटा प्रबंधित करने में मदद करते हैं। इन फ़ंक्शंस को मास्टर करना बदलते डेटा आवश्यकताओं के लिए गतिशील स्प्रेडशीट्स बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।
Explanation: A1 से A5 तक के सेल्स में जो भी नंबर हैं, उनका योग करता है। उदाहरण के लिए, अगर A1 में 10, A2 में 20, A3 में 30, A4 में 40, और A5 में 50 है, तो =SUM(A1:A5) 150 लौटाएगा।
AVERAGE (औसत):
Description: Calculates the average of a range of numbers.
Example:=AVERAGE(B1:B5)
Explanation: B1 से B5 तक के नंबरों का औसत निकालता है। अगर B1 में 5, B2 में 15, B3 में 25, B4 में 35, और B5 में 45 है, तो =AVERAGE(B1:B5) 25 लौटाएगा।
COUNT (गिनती):
Description: Counts the number of cells containing numbers.
Example:=COUNT(C1:C10)
Explanation: C1 से C10 तक के सेल्स में जो भी नंबर हैं, उनकी गिनती करता है। यदि C1 में 10, C2 में खाली, C3 में 20, और C4 में 30 है, तो =COUNT(C1:C10) 3 लौटाएगा।
IF (यदि):
Description: Performs a logical test and returns one value if true and another if false.
Example:=IF(D1>50, "Pass", "Fail")
Explanation: D1 की वैल्यू 50 से अधिक होने पर “Pass” और अन्यथा “Fail” लौटाता है। यदि D1 में 60 है, तो =IF(D1>50, "Pass", "Fail") “Pass” लौटाएगा।
VLOOKUP (वर्टिकल लुकअप):
Description: Searches for a value in the first column of a range and returns a value in the same row from a specified column.
Example:=VLOOKUP(E2, A2:B10, 2, FALSE)
Explanation: E2 में मान की खोज करता है और A2रेंज में दूसरी कॉलम से संबंधित मूल्य लौटाता है। यदि E2 में “John” है और A2में John का स्कोर 85 है, तो =VLOOKUP(E2, A2:B10, 2, FALSE) 85 लौटाएगा।
HLOOKUP (हॉरिजेंटल लुकअप):
Description: Searches for a value in the top row of a range and returns a value in the same column from a specified row.
Example:=HLOOKUP(F1, A1:D4, 3, FALSE)
Explanation: F1 में मान की खोज करता है और A1रेंज में तीसरी पंक्ति से संबंधित मूल्य लौटाता है। अगर F1 में “Sales” है और तीसरी पंक्ति में Sales का आंकड़ा 1200 है, तो =HLOOKUP(F1, A1:D4, 3, FALSE) 1200 लौटाएगा।
CONCATENATE (संयोजन):
Description: Joins together two or more text strings.
Example:=CONCATENATE(G1, " ", H1)
Explanation: G1 और H1 की सामग्री को जोड़ता है। यदि G1 में “Hello” और H1 में “World” है, तो =CONCATENATE(G1, " ", H1) “Hello World” लौटाएगा।
LEFT (बाएँ):
Description: Returns a specified number of characters from the start of a text string.
Example:=LEFT(I1, 3)
Explanation: I1 में पहले 3 अक्षर लौटाता है। यदि I1 में “Computer” है, तो =LEFT(I1, 3) “Com” लौटाएगा।
RIGHT (दाएँ):
Description: Returns a specified number of characters from the end of a text string.
Example:=RIGHT(J1, 4)
Explanation: J1 के अंतिम 4 अक्षर लौटाता है। यदि J1 में “Education” है, तो =RIGHT(J1, 4) “tion” लौटाएगा।
MID (मध्य):
Description: Returns a specific number of characters from a text string starting at a specified position.
Example:=MID(K1, 2, 5)
Explanation: K1 में दूसरी स्थिति से शुरू होकर 5 अक्षर लौटाता है। यदि K1 में “Programming” है, तो =MID(K1, 2, 5) “rogra” लौटाएगा।
TRIM (छाँटें):
Description: Removes extra spaces from a text string.
Example:=TRIM(L1)
Explanation: L1 से अतिरिक्त खाली स्थान हटा देता है। यदि L1 में ” Hello World ” है, तो =TRIM(L1) “Hello World” लौटाएगा।
UPPER (उच्चारण):
Description: Converts text to uppercase.
Example:=UPPER(M1)
Explanation: M1 की सामग्री को सभी बड़े अक्षरों में बदल देता है। अगर M1 में “welcome” है, तो =UPPER(M1) “WELCOME” लौटाएगा।
LOWER (निचे):
Description: Converts text to lowercase.
Example:=LOWER(N1)
Explanation: N1 की सामग्री को सभी छोटे अक्षरों में बदल देता है। अगर N1 में “WELCOME” है, तो =LOWER(N1) “welcome” लौटाएगा।
PROPER (उचित):
Description: Capitalizes the first letter of each word in a text string.
Example:=PROPER(O1)
Explanation: O1 की प्रत्येक शब्द के पहले अक्षर को बड़ा कर देता है। यदि O1 में “hello world” है, तो =PROPER(O1) “Hello World” लौटाएगा।
LEN (लंबाई):
Description: Returns the number of characters in a text string.
Example:=LEN(P1)
Explanation: P1 में कुल अक्षरों की गिनती करता है। यदि P1 में “LibreOffice” है, तो =LEN(P1) 11 लौटाएगा।
FIND (खोजें):
Description: Finds the position of a substring within a text string.
Example:=FIND("text", Q1)
Explanation: Q1 में “text” की स्थिति खोजता है। यदि Q1 में “This is a text example” है, तो =FIND("text", Q1) 11 लौटाएगा।
SEARCH (खोजें):
Description: Finds the position of a substring within a text string (case-insensitive).
Example:=SEARCH("example", R1)
Explanation: R1 में “example” की स्थिति खोजता है, केस की परवाह किए बिना। अगर R1 में “Another Example” है, तो =SEARCH("example", R1) 9 लौटाएगा।
REPLACE (बदलें):
Description: Replaces part of a text string with another text string.
Example:=REPLACE(S1, 1, 5, "NewText")
Explanation: S1 की पहली 5 अक्षरों को “NewText” से बदल देता है। यदि S1 में “HelloWorld” है, तो =REPLACE(S1, 1, 5, "NewText") “NewTextWorld” लौटाएगा।
SUBSTITUTE (स्थानापन्न):
Description: Replaces occurrences of a specified text string with another text string.
Example:=SUBSTITUTE(T1, "old", "new")
Explanation: T1 में “old” शब्द को “new” से बदल देता है। यदि T1 में “old data” है, तो =SUBSTITUTE(T1, "old", "new") “new data” लौटाएगा।
ROUND (गोल):
Description: Rounds a number to a specified number of digits.
Example:=ROUND(U1, 2)
Explanation: U1 को दो दशमलव स्थानों तक गोल करता है। यदि U1 में 3.14159 है, तो =ROUND(U1, 2) 3.14 लौटाएगा।
NOW (अब):
Description: Returns the current date and time.
Example:=NOW()
Explanation: वर्तमान दिनांक और समय लौटाता है।
TODAY (आज):
Description: Returns the current date.
Example:=TODAY()
Explanation: वर्तमान तिथि लौटाता है।
DATE (तिथि):
Description: Returns the serial number of a specific date.
Example:=DATE(2024, 8, 11)
Explanation: 11 अगस्त 2024 की तिथि का सीरियल नंबर लौटाता है।
TIME (समय):
Description: Returns the serial number of a specific time.
Example:=TIME(14, 30, 0)
Explanation: 14:30:00 (2:30 PM) का समय लौटाता है।
DAYS (दिन):
Description: Returns the number of days between two dates.
Example:=DAYS(V1, W1)
Explanation: V1 और W1 के बीच के दिनों की संख्या लौटाता है। यदि V1 में 01-Aug-2024 और W1 में 11-Aug-2024 है, तो =DAYS(V1, W1) 10 लौटाएगा।
YEAR (वर्ष):
Description: Returns the year of a specified date.
Example:=YEAR(X1)
Explanation: X1 की तिथि से वर्ष लौटाता है। अगर X1 में 15-Dec-2023 है, तो =YEAR(X1) 2023 लौटाएगा।
MONTH (माह):
Description: Returns the month of a specified date.
Example:=MONTH(Y1)
Explanation: Y1 की तिथि से माह लौटाता है। अगर Y1 में 11-Aug-2024 है, तो =MONTH(Y1) 8 लौटाएगा।
DAY (दिन):
Description: Returns the day of a specified date.
Example:=DAY(Z1)
Explanation: Z1 की तिथि से दिन लौटाता है। यदि Z1 में 21-Jun-2024 है, तो =DAY(Z1) 21 लौटाएगा।
HOUR (घंटा):
Description: Returns the hour of a specified time.
Example:=HOUR(AA1)
Explanation: AA1 में समय से घंटा लौटाता है। यदि AA1 में 15:45:00 है, तो =HOUR(AA1) 15 लौटाएगा।
MINUTE (मिनट):
Description: Returns the minute of a specified time.
Example:=MINUTE(AB1)
Explanation: AB1 में समय से मिनट लौटाता है। यदि AB1 में 10:30:00 है, तो =MINUTE(AB1) 30 लौटाएगा।
SECOND (सेकंड):
Description: Returns the second of a specified time.
Example:=SECOND(AC1)
Explanation: AC1 में समय से सेकंड लौटाता है। यदि AC1 में 12:25:45 है, तो =SECOND(AC1) 45 लौटाएगा।
POWER (पावर):
Description: Returns the result of a number raised to a power.
Example:=POWER(2, 3)
Explanation: 2 को 3 की शक्ति तक उठाता है, जो कि 8 होगा।
SQRT (वर्गमूल):
Description: Returns the square root of a number.
Example:=SQRT(16)
Explanation: 16 का वर्गमूल लौटाता है, जो कि 4 होगा।
ABS (पूर्णांक):
Description: Returns the absolute value of a number.
Example:=ABS(-15)
Explanation: -15 का पूर्णांक मूल्य लौटाता है, जो कि 15 होगा।
RAND (रैंडम):
Description: Returns a random number between 0 and 1.
Example:=RAND()
Explanation: 0 और 1 के बीच एक यादृच्छिक संख्या लौटाता है।
RANDBETWEEN (रैंडम बिच):
Description: Returns a random number between the specified numbers.
Example:=RANDBETWEEN(1, 100)
Explanation: 1 और 100 के बीच एक यादृच्छिक संख्या लौटाता है।
EFFECT (प्रभाव):
Description: Calculates the effective annual interest rate.
Example:=EFFECT(0.08, 12)
Explanation: 8% वार्षिक ब्याज दर का प्रभावी वार्षिक ब्याज दर लौटाता है, जब ब्याज की अवधि प्रति वर्ष 12 हो।
INTEREST (ब्याज):
Description: Calculates the interest on a loan or investment.
Example:=INTEREST(10000, 0.05, 12)
Explanation: 10000 की राशि पर 5% ब्याज पर 12 महीने का ब्याज लौटाता है।
NOMINAL (नाममात्र):
Description: Returns the nominal annual interest rate.
Example:=NOMINAL(0.05, 12)
Explanation: 5% मासिक ब्याज दर का नाममात्र वार्षिक ब्याज दर लौटाता है।
RATE (दर):
Description: Calculates the interest rate per period of an annuity.
Example:=RATE(12, -100, 1200)
Explanation: 12 अवधि में 100 की मासिक भुगतान के लिए ब्याज दर लौटाता है।
PMT (किस्त):
Description: Calculates the payment for a loan based on constant payments and a constant interest rate.
Example:=PMT(0.05/12, 12, 1000)
Explanation: 12 महीने के लिए 1000 की राशि पर 5% ब्याज दर पर मासिक किस्त लौटाता है।
IPMT (ब्याज भुगतान):
Description: Calculates the interest payment for a given period.
Example:=IPMT(0.05/12, 1, 12, 1000)
Explanation: पहले महीने के लिए 1000 की राशि पर 5% ब्याज दर का ब्याज भुगतान लौटाता है।
CUMIPMT (संचयी ब्याज भुगतान):
Description: Calculates the cumulative interest paid on a loan between two periods.
Example:=CUMIPMT(0.05/12, 12, 1000, 1, 12, 0)
Explanation: 1 से 12 अवधि के बीच 1000 की राशि पर 5% ब्याज दर का संचयी ब्याज भुगतान लौटाता है।
CUMPRINC (संचयी प्रिंसिपल):
Description: Calculates the cumulative principal paid on a loan between two periods.
Example:=CUMPRINC(0.05/12, 12, 1000, 1, 12, 0)
Explanation: 1 से 12 अवधि के बीच 1000 की राशि पर 5% ब्याज दर का संचयी प्रिंसिपल भुगतान लौटाता है।
PV (वर्तमान मूल्य):
Description: Calculates the present value of an investment.
Example:=PV(0.05, 12, -100)
Explanation: 12 अवधि के लिए 5% ब्याज दर पर 100 की वर्तमान मूल्य लौटाता है।
FV (भविष्य मूल्य):
Description: Calculates the future value of an investment based on periodic, constant payments and a constant interest rate.
Example:=FV(0.05, 12, -100)
Explanation: 12 अवधि के लिए 5% ब्याज दर पर 100 की भविष्य मूल्य लौटाता है।
YEARFRAC (वर्षीय अंश):
Description: Returns the year fraction between two dates.
Example:=YEARFRAC(A1, B1)
Explanation: A1 और B1 के बीच के वर्षों का अंश लौटाता है।
NPV (शुद्ध वर्तमान मूल्य):
Description: Calculates the net present value of an investment based on a series of cash flows and a discount rate.
Example:=NPV(0.05, C1:C5)
Explanation: C1 से C5 तक की नकद प्रवाह और 5% छूट दर पर शुद्ध वर्तमान मूल्य लौटाता है।
IRR (आंतरिक लाभदायक दर):
Description: Calculates the internal rate of return for a series of cash flows.
Example:=IRR(D1:D5)
Explanation: D1 से D5 तक की नकद प्रवाह के लिए आंतरिक लाभदायक दर लौटाता है।
HYPERLINK (हाइपरलिंक):
Description: Creates a hyperlink to a specified location.
c) Creates a hyperlink that displays the URL itself
d) Creates a hyperlink with no text
51. AVERAGEIF (औसत यदि)
Question:=AVERAGEIF(A1:A10, ">50", B1:B10):
a) Calculates the average of B1where corresponding A1values are greater than 50
b) Calculates the average of A1where B1values are greater than 50
c) Calculates the sum of B1where A1values are greater than 50
d) Calculates the average of A1regardless of conditions
52. COUNTIF (गिनती यदि)
Question:=COUNTIF(A1:A10, ">50"):
a) Counts the number of cells in A1that are greater than 50
b) Counts the number of cells in A1that are less than 50
c) Counts the number of cells in A1that equal 50
d) Counts the number of cells in B1that are greater than 50
53. SUMIF (योग यदि)
Question:=SUMIF(A1:A10, ">50", B1:B10):
a) Sums the values in B1where corresponding A1values are greater than 50
b) Sums the values in A1where B1values are greater than 50
c) Sums the values in B1where A1values are less than 50
d) Sums the values in A1regardless of conditions
54. DCOUNT (डेटा गिनती)
Question:=DCOUNT(A1:C10, "Sales", C1:C10):
a) Counts the number of cells in the “Sales” column
b) Counts the number of numeric entries in the specified range
c) Counts the number of cells in the range C1
d) Counts the number of entries in column C that match the criteria in A1
55. DGET (डेटा प्राप्त करें)
Question:=DGET(A1:C10, "Sales", A1:B2):
a) Retrieves a single value from the “Sales” column based on criteria in A1
b) Retrieves the sum of values in the “Sales” column
c) Retrieves the average value of “Sales” column
d) Retrieves the maximum value from the “Sales” column
56. DAVG (डेटा औसत)
Question:=DAVG(A1:C10, "Sales", A1:B2):
a) Calculates the average of the “Sales” column based on criteria in A1
b) Calculates the sum of values in the “Sales” column
c) Calculates the maximum value of the “Sales” column
d) Calculates the count of entries in the “Sales” column
57. DSTDEV (डेटा मानक विचलन)
Question:=DSTDEV(A1:C10, "Sales", A1:B2):
a) Calculates the standard deviation of the “Sales” column based on criteria in A1
b) Calculates the average of the “Sales” column
c) Calculates the maximum value of the “Sales” column
d) Calculates the sum of the “Sales” column
58. DB (डेटा बुक)
Question:=DB(1000, 0.05, 5, 3):
a) Calculates the depreciation of an asset using the fixed-declining balance method
b) Calculates the total cost of an asset
c) Calculates the future value of an investment
d) Calculates the interest payment of a loan
59. DURATION (अवधि)
Question:=DURATION(0.05, 10, 1000, 12):
a) Calculates the duration of a bond
b) Calculates the maturity value of a bond
c) Calculates the interest rate of a bond
d) Calculates the present value of a bond
60. XNPV (एक्सएनपीवी)
Question:=XNPV(0.05, D1:D5, E1:E5):
a) Calculates the net present value of cash flows with specified dates
b) Calculates the future value of cash flows with specified dates
c) Calculates the interest rate of cash flows
d) Calculates the average of cash flows
61. XIRR (एक्सआईआरआर)
Question:=XIRR(D1:D5, E1:E5):
a) Calculates the internal rate of return for a series of cash flows with specific dates
b) Calculates the future value of cash flows with specific dates
c) Calculates the net present value of cash flows with specific dates
d) Calculates the total return on investment
62. COUNTBLANK (खाली गिनती)
Question:=COUNTBLANK(A1:A10):
a) Counts the number of non-empty cells in A1
b) Counts the number of blank cells in A1
c) Counts the number of numeric cells in A1
d) Counts the number of text cells in A1
63. COUNTA (गिनती कीजिए)
Question:=COUNTA(A1:A10):
a) Counts the number of empty cells in A1
b) Counts the number of cells that contain text or numbers in A1
c) Counts the number of numeric cells in A1
d) Counts the number of cells with errors in A1
64. CHOOSE (चुनें)
Question:=CHOOSE(2, "Red", "Green", "Blue"):
a) Returns “Red”
b) Returns “Green”
c) Returns “Blue”
d) Returns the index number
65. INDEX (सूचकांक)
Question:=INDEX(A1:B10, 3, 2):
a) Returns the value in the third row, second column of A1
b) Returns the value in the first row, second column of A1
c) Returns the value in the third row, first column of A1
d) Returns the value in the last row, last column of A1
66. MATCH (मेल)
Question:=MATCH("Apple", A1:A10, 0):
a) Returns the position of “Apple” in A1
b) Returns the value of “Apple” in A1
c) Returns the number of occurrences of “Apple” in A1
d) Returns the sum of values in A1
67. OFFSET (स्थानांतर)
Question:=OFFSET(A1, 2, 3):
a) Returns the value of the cell that is 2 rows down and 3 columns to the right of A1
b) Returns the value of the cell that is 2 rows up and 3 columns to the left of A1
c) Returns the value of the cell that is 2 rows up and 3 columns to the right of A1
d) Returns the value of the cell that is 2 rows down and 3 columns to the left of A1
68. INDIRECT (अप्रत्यक्ष)
Question:=INDIRECT("A1"):
a) Returns the value of cell A1
b) Returns the address of cell A1
c) Returns the formula in cell A1
d) Returns the name of the sheet where cell A1 is located
69. SUBTOTAL (उपकुल)
Question:=SUBTOTAL(1, A1:A10):
a) Calculates the average of A1
b) Calculates the sum of A1
c) Calculates the count of A1
d) Calculates the maximum value of A1
70. TRANSPOSE (पारगमन)
Question:=TRANSPOSE(A1:B2):
a) Converts the rows of A1into columns
b) Converts the columns of A1into rows
c) Calculates the average of A1
d) Flattens the range A1into a single column
71. UNIQUE (अद्वितीय)
Question:=UNIQUE(A1:A10):
a) Returns the unique values from A1
b) Returns the duplicate values from A1
c) Returns the sorted values from A1
d) Returns the sum of A1
72. FILTER (फ़िल्टर)
Question:=FILTER(A1:B10, B1:B10 > 50):
a) Returns the values from A1where corresponding B1values are greater than 50
b) Returns the values from B1where corresponding A1values are greater than 50
c) Returns the filtered values from A1based on conditions
d) Returns the number of values greater than 50 in B1
73. SORT (सॉर्ट)
Question:=SORT(A1:B10, 1, TRUE):
a) Sorts A1by the first column in ascending order
b) Sorts A1by the second column in descending order
c) Sorts A1by the first column in descending order
d) Sorts A1by the second column in ascending order
74. SPLIT (विभाजित करें)
Question:=SPLIT(A1, ","):
a) Splits the text in A1 into separate cells based on commas
b) Splits the text in A1 into separate cells based on spaces
c) Splits the text in A1 into rows based on commas
d) Splits the text in A1 into columns based on spaces
75. TEXTJOIN (टेक्स्ट जॉइन)
Question:=TEXTJOIN(", ", TRUE, A1:A3):
a) Joins the text from A1with commas and spaces
b) Joins the text from A1with dashes
c) Joins the text from A1without any delimiter
d) Joins the text from A1with spaces only
76. CONCAT (कनकैट)
Question:=CONCAT(A1, " ", B1):
a) Joins the text in A1 and B1 with a space in between
b) Joins the text in A1 and B1 without any space
c) Joins the text in A1 and B1 with a comma
d) Joins the text in A1 and B1 with a dash
77. FIND (खोजें)
Question:=FIND("apple", A1):
a) Returns the position of the first occurrence of “apple” in A1
b) Returns the position of the last occurrence of “apple” in A1
c) Returns the number of occurrences of “apple” in A1
d) Returns the text of “apple” in A1
78. SEARCH (खोजें)
Question:=SEARCH("apple", A1):
a) Returns the position of the first occurrence of “apple” in A1, case-insensitive
b) Returns the position of the first occurrence of “apple” in A1, case-sensitive
c) Returns the number of occurrences of “apple” in A1
d) Returns the text of “apple” in A1
79. REPLACE (विकल्प)
Question:=REPLACE(A1, 1, 5, "new"):
a) Replaces the first 5 characters in A1 with “new”
b) Replaces the last 5 characters in A1 with “new”
c) Replaces characters from position 5 with “new”
d) Replaces characters starting from position 1 with “new”
80. SUBSTITUTE (परिवर्तन)
Question:=SUBSTITUTE(A1, "old", "new"):
a) Replaces all occurrences of “old” with “new” in A1
b) Replaces only the first occurrence of “old” with “new” in A1
c) Replaces all occurrences of “new” with “old” in A1
d) Replaces only the first occurrence of “new” with “old” in A1
81. PROPER (उचित)
Question:=PROPER(A1):
a) Converts the text in A1 to uppercase
b) Converts the text in A1 to lowercase
c) Converts the text in A1 to proper case (capitalize first letter of each word)
d) Converts the text in A1 to sentence case
82. UPPER (ऊपर)
Question:=UPPER(A1):
a) Converts the text in A1 to uppercase
b) Converts the text in A1 to lowercase
c) Converts the text in A1 to proper case
d) Converts the text in A1 to sentence case
83. LOWER (नीचे)
Question:=LOWER(A1):
a) Converts the text in A1 to uppercase
b) Converts the text in A1 to lowercase
c) Converts the text in A1 to proper case
d) Converts the text in A1 to sentence case
84. TRIM (ट्रिम)
Question:=TRIM(A1):
a) Removes all spaces from text in A1
b) Removes leading and trailing spaces from text in A1
c) Removes all non-printable characters from text in A1
d) Removes extra spaces between words in text in A1
85. CLEAN (साफ)
Question:=CLEAN(A1):
a) Removes all spaces from text in A1
b) Removes leading and trailing spaces from text in A1
c) Removes all non-printable characters from text in A1
d) Removes extra spaces between words in text in A1
86. TEXT (पाठ)
Question:=TEXT(A1, "0.00"):
a) Formats the value in A1 as a number with two decimal places
b) Formats the value in A1 as a currency
c) Formats the value in A1 as a date
d) Formats the value in A1 as a percentage
87. VALUE (मूल्य)
Question:=VALUE(A1):
a) Converts text in A1 to a number
b) Converts a number in A1 to text
c) Converts the value in A1 to a percentage
d) Converts the value in A1 to a date
88. NUMBERVALUE (संख्यात्मक मूल्य)
Question:=NUMBERVALUE(A1, ".", ","):
a) Converts text in A1 to a number using specified decimal and thousands separators
b) Converts a number in A1 to text using specified decimal and thousands separators
c) Converts text in A1 to a percentage using specified separators
d) Converts text in A1 to a date using specified separators
89. FORMULATEXT (सूत्र पाठ)
Question:=FORMULATEXT(A1):
a) Displays the formula used in cell A1
b) Displays the result of the formula in cell A1
c) Displays the text value in cell A1
d) Displays the cell reference in A1
90. GETPIVOTDATA (पिवट डेटा प्राप्त करें)
Question:=GETPIVOTDATA("Sales", A1):
a) Retrieves the sales data from a PivotTable based on cell A1
b) Retrieves the text value from cell A1 in a PivotTable
c) Retrieves the formula used in cell A1 in a PivotTable
d) Retrieves the cell reference from a PivotTable
91. ARRAYFORMULA (एरेफार्मूला)
Question:=ARRAYFORMULA(A1:A10 * B1:B10):
a) Applies the multiplication operation to each element in A1and B1
b) Calculates the average of A1and B1
c) Summarizes the range A1and B1
d) Returns the total count of elements in A1and B1
92. SEQUENCE (अनुक्रम)
Question:=SEQUENCE(5, 3):
a) Creates a 5-row by 3-column array of sequential numbers
b) Creates a single-row array of 5 sequential numbers
c) Creates a 3-row by 5-column array of sequential numbers
d) Creates a single-column array of 5 sequential numbers
93. SPLIT (विभाजित करें)
Question:=SPLIT(A1, ","):
a) Splits the text in A1 into separate cells based on commas
b) Splits the text in A1 into separate cells based on spaces
c) Splits the text in A1 into rows based on commas
d) Splits the text in A1 into columns based on spaces
94. REGEXMATCH (रेगेक्स मेल)
Question:=REGEXMATCH(A1, "^[A-Za-z]+$"):
a) Checks if A1 contains only letters
b) Checks if A1 contains numbers
c) Checks if A1 contains letters or numbers
d) Checks if A1 contains special characters
95. REGEXEXTRACT (रेगेक्स निकालें)
Question:=REGEXEXTRACT(A1, "\d{3}"):
a) Extracts the first three-digit number from A1
b) Extracts the first letter from A1
c) Extracts the first occurrence of a digit from A1
d) Extracts the first word from A1
96. REGEXREPLACE (रेगेक्स बदलें)
Question:=REGEXREPLACE(A1, "\d", "#"):
a) Replaces all digits in A1 with “#”
b) Replaces all letters in A1 with “#”
c) Replaces all non-numeric characters in A1 with “#”
d) Replaces all spaces in A1 with “#”
97. XMATCH (एक्समैच)
Question:=XMATCH("Apple", A1:A10):
a) Returns the relative position of “Apple” in A1
b) Returns the absolute position of “Apple” in A1
c) Returns the value of “Apple” in A1
98. FILTER (फ़िल्टर)
Question:=FILTER(A1:A10, B1:B10 = "Completed"):
a) Filters the values in A1where corresponding B1is “Completed”
b) Filters the values in B1where corresponding A1is “Completed”
c) Filters the values in A1where B1is not “Completed”
d) Filters the values in A1based on whether B1contains a number
99. SEQUENCE (अनुक्रम)
Question:=SEQUENCE(4, 2, 1, 2):
a) Creates a 4-row by 2-column array starting from 1 with a step of 2
b) Creates a 2-row by 4-column array starting from 1 with a step of 2
c) Creates a 4-row by 2-column array starting from 1 with a step of 1
d) Creates a single-row array of 4 sequential numbers starting from 1
100. UNIQUE (अद्वितीय)
Question:=UNIQUE(A1:A10):
a) Returns the unique values from A1
b) Returns the duplicate values from A1
c) Returns the sorted values from A1
d) Returns the count of unique values in A1
Answers:
SUM (योग) – a) Calculates the total sum of a range of cells.
AVERAGE (औसत) – a) Calculates the average of a range of cells.
COUNT (गिनती) – a) Counts the number of numeric entries in a range.
MAX (अधिकतम) – a) Finds the highest value in a range of cells.
MIN (न्यूनतम) – a) Finds the lowest value in a range of cells.
IF (यदि) – a) Returns one value if a condition is true and another if false.
VLOOKUP (वी लुकअप) – a) Searches for a value in the first column of a range and returns a value in the same row from another column.
HLOOKUP (एच लुकअप) – a) Searches for a value in the first row of a range and returns a value in the same column from another row.
INDEX (सूचकांक) – a) Returns the value in a specified row and column of a range.
MATCH (मेल) – a) Searches for a value in a range and returns the relative position of that item.
CONCATENATE (संयोजन) – a) Joins multiple text strings into one string.
LEFT (बायाँ) – a) Returns a specified number of characters from the start of a text string.
RIGHT (दायाँ) – a) Returns a specified number of characters from the end of a text string.
MID (मध्य) – a) Returns a specific number of characters from a text string, starting at the position you specify.
TRIM (ट्रिम) – b) Removes leading and trailing spaces from text.
UPPER (ऊपर) – a) Converts all letters in a text string to uppercase.
LOWER (नीचे) – b) Converts all letters in a text string to lowercase.
PROPER (उचित) – c) Capitalizes the first letter of each word in a text string.
SUBSTITUTE (परिवर्तन) – a) Replaces occurrences of a specified text string within another text string.
REPLACE (विकल्प) – a) Replaces part of a text string with a different text string.
LEN (लंबाई) – a) Returns the number of characters in a text string.
FIND (खोजें) – a) Returns the position of a substring within a text string.
SEARCH (खोजें) – a) Returns the position of a substring within a text string, case-insensitive.
TEXT (पाठ) – a) Formats a number and converts it to text in a specified format.
VALUE (मूल्य) – a) Converts text that appears in a recognized format into a numeric value.
DATE (तारीख) – a) Returns the serial number of a specific date.
TIME (समय) – a) Returns the serial number of a specific time.
NOW (अब) – a) Returns the current date and time.
TODAY (आज) – a) Returns the current date.
YEAR (साल) – a) Extracts the year from a date.
MONTH (महीना) – a) Extracts the month from a date.
DAY (दिन) – a) Extracts the day from a date.
HOUR (घंटा) – a) Extracts the hour from a time.
MINUTE (मिनट) – a) Extracts the minute from a time.
SECOND (सेकंड) – a) Extracts the second from a time.
SUMIF (योग यदि) – a) Sums the values in a range based on a condition.
COUNTIF (गिनती यदि) – a) Counts the number of cells that meet a condition.
AVERAGEIF (औसत यदि) – a) Calculates the average of values that meet a condition.
ROUND (गोल) – a) Rounds a number to a specified number of digits.
CEILING (छत) – a) Rounds a number up to the nearest multiple of significance.
FLOOR (फ्लोर) – a) Rounds a number down to the nearest multiple of significance.
RAND (रैंड) – a) Returns a random number between 0 and 1.
RANDBETWEEN (रैंडबेटवीन) – a) Returns a random number between two specified numbers.
PMT (पीएमटी) – a) Calculates the payment for a loan based on constant payments and a constant interest rate.
FV (एफवी) – a) Calculates the future value of an investment based on periodic, constant payments and a constant interest rate.
NPV (एनपीवी) – a) Calculates the net present value of an investment based on a series of cash flows and a discount rate.
IRR (आंतरिक लाभदायक दर) – b) Calculates the internal rate of return for a series of cash flows.
HYPERLINK (हाइपरलिंक) – a) Creates a hyperlink that displays “Click Here” and links to “http://www.example.com“.
AVERAGEIF (औसत यदि) – a) Calculates the average of B1where corresponding A1values are greater than 50.
COUNTIF (गिनती यदि) – a) Counts the number of cells in A1that are greater than 50.
SUMIF (योग यदि) – a) Sums the values in B1where corresponding A1values are greater than 50.
DCOUNT (डेटा गिनती) – b) Counts the number of numeric entries in the specified range.
DGET (डेटा प्राप्त करें) – a) Retrieves a single value from the “Sales” column based on criteria in A1.
DAVG (डेटा औसत) – a) Calculates the average of the “Sales” column based on criteria in A1.
DSTDEV (डेटा मानक विचलन) – a) Calculates the standard deviation of the “Sales” column based on criteria in A1.
DB (डेटा बुक) – a) Calculates the depreciation of an asset using the fixed-declining balance method.
DURATION (अवधि) – a) Calculates the duration of a bond.
XNPV (एक्सएनपीवी) – a) Calculates the net present value of cash flows with specified dates.
XIRR (एक्सआईआरआर) – a) Calculates the internal rate of return for a series of cash flows with specific dates.
COUNTBLANK (खाली गिनती) – b) Counts the number of blank cells in A1.
COUNTA (गिनती कीजिए) – b) Counts the number of cells that contain text or numbers in A1.
CHOOSE (चुनें) – b) Returns “Green”.
INDEX (सूचकांक) – a) Returns the value in the third row, second column of A1.
MATCH (मेल) – a) Returns the position of “Apple” in A1.
OFFSET (स्थानांतर) – a) Returns the value of the cell that is 2 rows down and 3 columns to the right of A1.
INDIRECT (अप्रत्यक्ष) – a) Returns the value of the cell referenced by the text string in A1.
FORMULATEXT (सूत्र पाठ) – a) Displays the formula used in cell A1.
GETPIVOTDATA (पिवट डेटा प्राप्त करें) – a) Retrieves the sales data from a PivotTable based on cell A1.
SUBTOTAL (उपयोगकर्ता कुल) – a) Calculates the average of A1.
TRANSPOSE (पारगमन) – a) Converts the rows of A1into columns.
UNIQUE (अद्वितीय) – a) Returns the unique values from A1.
FILTER (फ़िल्टर) – a) Returns the values from A1where corresponding B1values are greater than 50.
SORT (सॉर्ट) – a) Sorts A1by the first column in ascending order.
SPLIT (विभाजित करें) – a) Splits the text in A1 into separate cells based on commas.
TEXTJOIN (टेक्स्ट जॉइन) – a) Joins the text from A1with commas and spaces.
CONCAT (कनकैट) – a) Joins the text in A1 and B1 with a space in between.
FIND (खोजें) – a) Returns the position of the first occurrence of “apple” in A1.
SEARCH (खोजें) – a) Returns the position of the first occurrence of “apple” in A1, case-insensitive.
REPLACE (विकल्प) – a) Replaces the first 5 characters in A1 with “new”.
SUBSTITUTE (परिवर्तन) – a) Replaces all occurrences of “old” with “new” in A1.
PROPER (उचित) – c) Converts the text in A1 to proper case (capitalize first letter of each word).
UPPER (ऊपर) – a) Converts the text in A1 to uppercase.
LOWER (नीचे) – b) Converts the text in A1 to lowercase.
TRIM (ट्रिम) – b) Removes leading and trailing spaces from text in A1.
CLEAN (साफ) – c) Removes all non-printable characters from text in A1.
TEXT (पाठ) – a) Formats the value in A1 as a number with two decimal places.
VALUE (मूल्य) – a) Converts text in A1 to a number.
NUMBERVALUE (संख्यात्मक मूल्य) – a) Converts text in A1 to a number using specified decimal and thousands separators.
FORMULATEXT (सूत्र पाठ) – a) Displays the formula used in cell A1.
GETPIVOTDATA (पिवट डेटा प्राप्त करें) – a) Retrieves the sales data from a PivotTable based on cell A1.
ARRAYFORMULA (एरेफार्मूला) – a) Applies the multiplication operation to each element in A1and B1.
SEQUENCE (अनुक्रम) – a) Creates a 5-row by 3-column array of sequential numbers.
SPLIT (विभाजित करें) – a) Splits the text in A1 into separate cells based on commas.
REGEXMATCH (रेगेक्स मेल) – a) Checks if A1 contains only letters.
REGEXEXTRACT (रेगेक्स निकालें) – a) Extracts the first three-digit number from A1.
REGEXREPLACE (रेगेक्स बदलें) – a) Replaces all digits in A1 with “#”.
XMATCH (एक्समैच) – a) Returns the relative position of “Apple” in A1.
FILTER (फ़िल्टर) – a) Filters the values in A1where corresponding B1is “Completed”.
SEQUENCE (अनुक्रम) – a) Creates a 4-row by 2-column array starting from 1 with a step of 2.
UNIQUE (अद्वितीय) – a) Returns the unique values from A1.
FAQ of CCC and Compitative Exam
1. What is the full form of CCC? (CCC का पूरा नाम क्या है?)
Answer: CCC stands for Course on Computer Concepts. (CCC का मतलब है कंप्यूटर अवधारणाओं पर पाठ्यक्रम।)
2. What are the basic computer skills required for CCC? (CCC के लिए आवश्यक मूलभूत कंप्यूटर कौशल कौन से हैं?)
Answer: Basic skills include understanding of operating systems, word processing, spreadsheets, and internet usage. (मूलभूत कौशल में ऑपरेटिंग सिस्टम, वर्ड प्रोसेसिंग, स्प्रेडशीट्स, और इंटरनेट उपयोग की समझ शामिल है।)
3. How is the CCC exam structured? (CCC परीक्षा की संरचना कैसी होती है?)
Answer: The CCC exam typically consists of multiple-choice questions (MCQs) covering various computer concepts. (CCC परीक्षा में आमतौर पर कई विकल्प वाले प्रश्न होते हैं जो विभिन्न कंप्यूटर अवधारणाओं को कवर करते हैं।)
4. What is the duration of the CCC exam? (CCC परीक्षा की अवधि कितनी होती है?)
Answer: The CCC exam is usually 1 hour 30 minutes long. (CCC परीक्षा आमतौर पर 1 घंटा 30 मिनट की होती है।)
5. What topics are covered in the CCC syllabus? (CCC के सिलेबस में कौन से विषय शामिल हैं?)
Answer: The syllabus covers computer fundamentals, operating systems, word processing, spreadsheets, presentations, and internet basics. (सिलेबस में कंप्यूटर के मूल बातें, ऑपरेटिंग सिस्टम, वर्ड प्रोसेसिंग, स्प्रेडशीट्स, प्रस्तुतियाँ, और इंटरनेट की बुनियादी बातें शामिल हैं।)
6. What is the passing criteria for CCC exam? (CCC परीक्षा के लिए पास होने के मानदंड क्या हैं?)
Answer: Candidates need to score at least 50% marks to pass the CCC exam. (उम्मीदवारों को CCC परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 50% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।)
7. Is there any practical component in the CCC exam? (CCC परीक्षा में कोई प्रायोगिक घटक है क्या?)
Answer: No, the CCC exam is purely theoretical with multiple-choice questions. (नहीं, CCC परीक्षा पूरी तरह से सैद्धांतिक होती है जिसमें कई विकल्प वाले प्रश्न होते हैं।)
8. How can one prepare for the CCC exam effectively? (CCC परीक्षा की प्रभावी तैयारी कैसे करें?)
Answer: Review the syllabus, practice past papers, and use online resources or study guides. (सिलेबस की समीक्षा करें, पिछले पेपरों का अभ्यास करें, और ऑनलाइन संसाधनों या अध्ययन गाइड का उपयोग करें।)
9. What is LibreOffice Calc? (LibreOffice Calc क्या है?)
Answer: LibreOffice Calc is a spreadsheet program that allows users to create and manipulate data in tables and perform calculations. (LibreOffice Calc एक स्प्रेडशीट प्रोग्राम है जो उपयोगकर्ताओं को तालिकाओं में डेटा बनाने और संशोधित करने और गणनाएँ करने की अनुमति देता है।)
10. How to create a formula in LibreOffice Calc? (LibreOffice Calc में एक सूत्र कैसे बनाएं?)
Answer: Enter = followed by the formula in a cell to create a formula, for example, =A1+B1. (एक सेल में सूत्र बनाने के लिए = दर्ज करें और उसके बाद सूत्र लिखें, उदाहरण के लिए, =A1+B1।)
11. What is the purpose of using VLOOKUP in Excel? (Excel में VLOOKUP का उपयोग करने का उद्देश्य क्या है?)
Answer: VLOOKUP is used to search for a value in the first column of a table and return a value in the same row from another column. (VLOOKUP का उपयोग एक तालिका के पहले कॉलम में एक मान खोजने और उसी पंक्ति में किसी अन्य कॉलम से एक मान लौटाने के लिए किया जाता है।)
12. How to use the SUM function in Excel? (Excel में SUM फ़ंक्शन का उपयोग कैसे करें?)
Answer: Use =SUM(A1:A10) to add all the numbers in the range A1 to A10. (A1 से A10 तक सभी संख्याओं को जोड़ने के लिए =SUM(A1:A10) का उपयोग करें।)
13. What is the role of the ‘IF’ function in Excel? (Excel में ‘IF’ फ़ंक्शन की भूमिका क्या है?)
Answer: The ‘IF’ function checks a condition and returns one value if the condition is true and another value if the condition is false. (IF फ़ंक्शन एक शर्त की जांच करता है और यदि शर्त सही है तो एक मान लौटाता है और यदि शर्त गलत है तो दूसरा मान लौटाता है।)
14. What is the difference between Windows 10 and Windows 11? (Windows 10 और Windows 11 में क्या अंतर है?)
Answer: Windows 11 has a new user interface, improved performance, and enhanced security features compared to Windows 10. (Windows 11 में नए यूजर इंटरफेस, बेहतर प्रदर्शन, और Windows 10 की तुलना में उन्नत सुरक्षा विशेषताएँ हैं।)
15. How to secure your computer from viruses? (अपने कंप्यूटर को वायरस से कैसे सुरक्षित करें?)
Answer: Install antivirus software, keep your system updated, and avoid downloading files from untrusted sources. (एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें, अपने सिस्टम को अपडेट रखें, और अविश्वसनीय स्रोतों से फ़ाइलें डाउनलोड करने से बचें।)
16. What is a firewall and why is it important? (फायरवॉल क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?)
Answer: A firewall is a network security system that monitors and controls incoming and outgoing network traffic based on predetermined security rules. (फायरवॉल एक नेटवर्क सुरक्षा प्रणाली है जो पूर्वनिर्धारित सुरक्षा नियमों के आधार पर इनकमिंग और आउटगोइंग नेटवर्क ट्रैफ़िक की निगरानी और नियंत्रण करता है।)
17. How can you create a pivot table in Excel? (Excel में पिवट टेबल कैसे बनाएं?)
Answer: Select your data, go to the “Insert” tab, and click on “PivotTable” to create a pivot table. (अपने डेटा का चयन करें, “Insert” टैब पर जाएं, और “PivotTable” पर क्लिक करके पिवट टेबल बनाएं।)
18. What is the Internet of Things (IoT)? (इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) क्या है?)
Answer: IoT refers to the network of interconnected devices that can communicate and share data with each other. (IoT उन इंटरकनेक्टेड डिवाइसेस के नेटवर्क को संदर्भित करता है जो एक-दूसरे के साथ संवाद कर सकते हैं और डेटा साझा कर सकते हैं।)
19. What is the purpose of the ‘CONCATENATE’ function in Excel? (Excel में ‘CONCATENATE’ फ़ंक्शन का उद्देश्य क्या है?)
Answer: The ‘CONCATENATE’ function joins together two or more text strings into one. (CONCATENATE फ़ंक्शन दो या अधिक टेक्स्ट स्ट्रिंग्स को एक में जोड़ता है।)
20. How to use the ‘COUNTIF’ function in Excel? (Excel में ‘COUNTIF’ फ़ंक्शन का उपयोग कैसे करें?)
Answer: Use =COUNTIF(range, criteria) to count the number of cells within a range that meet a specified condition. (एक निर्दिष्ट शर्त को पूरा करने वाली सेल की संख्या गिनने के लिए =COUNTIF(range, criteria) का उपयोग करें।)
21. What are macros in Excel? (Excel में मैक्रोज़ क्या हैं?)
Answer: Macros are sequences of instructions that automate repetitive tasks in Excel. (मैक्रोज़ Excel में दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वचालित करने के लिए निर्देशों की श्रृंखलाएँ हैं।)
22. How to protect an Excel worksheet with a password? (Excel वर्कशीट को पासवर्ड से कैसे सुरक्षित करें?)
Answer: Go to the “Review” tab, click “Protect Sheet,” and enter a password to protect your worksheet. (“Review” टैब पर जाएं, “Protect Sheet” पर क्लिक करें, और अपनी वर्कशीट की सुरक्षा के लिए एक पासवर्ड दर्ज करें।)
23. What is a database management system (DBMS)? (डाटाबेस प्रबंधन प्रणाली (DBMS) क्या है?)
Answer: A DBMS is software that allows users to create, manage, and interact with databases. (DBMS एक सॉफ़्टवेयर है जो उपयोगकर्ताओं को डाटाबेस बनाने, प्रबंधित करने, और बातचीत करने की अनुमति देता है।)
24. How can you use the ‘HYPERLINK’ function in Excel? (Excel में ‘HYPERLINK’ फ़ंक्शन का उपयोग कैसे करें?)
Answer: Use =HYPERLINK("URL", "Link Text") to create a clickable link to a URL. (एक क्लिक करने योग्य लिंक बनाने के लिए =HYPERLINK("URL", "Link Text") का उपयोग करें।)
25. What is the use of the ‘TEXT’ function in Excel? (Excel में ‘TEXT’ फ़ंक्शन का उपयोग क्या है?)
Answer: The ‘TEXT’ function formats a number and converts it to text in a specified format. (TEXT फ़ंक्शन एक संख्या को प्रारूपित करता है और इसे निर्दिष्ट प्रारूप में टेक्स्ट में बदलता है।)
नमस्कार दोस्तों, आज के इस पोस्ट में हम आपको Best Ai Video making Tool के बार में बताने जा रहे हैं कि आप फोटो या टेस्ट से वीडियो कैसे बना सकते हैं, तो यहां मैं आपको टॉप 10 वीडियो जनरेटर टूल्स के बारे में बताने वाला हूँ । आप इन AI टूल्स की मदद से सिर्फ 5 से 10 मिनट में कार्टून वीडियो बना सकते हैं और इन वीडियो को आप अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर कर सकते हैं, अपने फॉलोअर्स बढ़ा सकते हैं, पैसे कमा सकते हैं, तो चलिए शुरू करते हैं
Best AI Video Generator Tools 2023 || Top 10 AI Tools making video
इस पोस्ट में हमने जाना कि ये कौन- से एआई टूल्स हैं, जिनकी मदद से हम वीडियो बना सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं। अगर आपको पोस्ट पसंद आए तो इसे लाइक करें और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें.
CCC Online Test 30 Question in Hindi and English | Most Important CCC 50 Question for CCC
हेल्लो दोस्तों , क्या आप CCC Online Test की तैयारी करना चाहते है क्या आप घर बैठे ट्रिपल सी एग्जाम की तैयारी करना चाहते हैं तो हम आपके लिए CCC Online Exam लेकर आये है | जिसे आप यहाँ पर Free में CCC Online Exam Practice Test दे सकते है | हम आपके लिए CCC Online Test 2022 के लिए 10 से भी ज्यादा CCC Practice Set लेकर आये है | दोस्तों, हम यहाँ पर आपके CCC Exam Preparation के लिए नये टेस्ट भी लेकर आते है जो बहुत ही महत्वपूर्ण होता है |
Q.1- जो संस्था Internet Connection उपलब्ध करवाती है , कहलाती है –
In
ISP
Sub domain
कोई नहीं
b) ISP
Q.2- HTML programme लिखे जाते है –
Note-pad में
Word pad में
MS-Word में
ये सभी
Note-pad में
Q.3-TCP के फुल फॉर्म क्या है ?
Transaction Control Protocol.
Transmission Central Protocol.
Transmission Control Protocol.
Transmission Code Protocol.
Transmission Control Protocol.
Q.4- Web Programming की जा सकती है –
HTML में
Java में
(a) व (b) दौनों में
इनमे से कोई नहीं
(a) व (b) दौनों में
Q.5- Internet access के लिए निम्न में से किस प्रकार का connection लिया जा सकता है ?
Dial up
Lease line
(a) व (b) दौनों
इनमें से कोई नहीं
(a) व (b) दौनों
Q.6- One Line Communication में
Sender व Receiver एक ही समय में आपस में जुड़े रहते है
केवल Receiver Network से जुड़ा रहता है
केवल Sender Network से जुडा रहता है
ये सभी
Sender व Receiver एक ही समय में आपस में जुड़े रहते है
Q.7- ………….. से आपका कंप्यूटर अन्य कंप्यूटरों से जुड़ सकता है –
विडियो कार्ड
साउंड कार्ड
कण्ट्रोल बोर्ड
नेटवर्क इंटरफ़ेस कार्ड (NIC)
नेटवर्क इंटरफ़ेस कार्ड (NIC)
Q.8- Save या Save as के लिए कौन-सा मेनू सेलेक्ट किया जाता है ?
Q.9- ……………… तब होती है जब कंप्यूटरों को ओन किया जाता है और ऑपरेटिंग सिस्टम लोड हो रहा होता है .
बूटिंग
फ्लेशिंग
ट्रेकिंग
टेपिंग
बूटिंग
Q.10- सीक्रेट कोड जो कुछ प्रोग्रामों में प्रवेश नहीं करने देता है
एंट्री कोड
पासपोर्ट
पासवर्ड
एक्सेस कोड
पासवर्ड
Q.11- कंप्यूटर की हार्डडिस्क –
arithmetic और logic unit होती है
कंप्यूटर सॉफ्टवेर है
ऑपरेटिंग सिस्टम है
कंप्यूटर हार्डवेयर है
कंप्यूटर हार्डवेयर है
Q.12- कंप्यूटर में डिस्क कहाँ रखी जाती है –
हार्डड्राइव में
डिस्क ड्राइव में
CPU में
मॉडेम में
डिस्क ड्राइव में
Q.13- डेस्कटॉप पर तारीख और समय ……पर होते हैं |
टास्कबार
माई कंप्यूटर
रिस इकिल बिन
केवल (b) और (c)
टास्कबार
Q.14- ……..सॉफ्टवेर कोड में Error का पता लगाने कि प्रक्रिया हैं |
डिबगिंग
कंपाइलिंग
इंटरप्रिंटिंग
टेस्टिंग
डिबगिंग
Q.15-स्प्रेडशीट में प्रत्येक बॉक्स को क्या कहते है
सेल
खाली स्थान
रिकॉर्ड
फील्ड
सेल
Q.16- Virtual मेमरी क्या होती है ?
हार्ड डिस्क कि मैमोरी जिसे CPU एक्सटेडेड RAM कि तरह प्रयोग करता है
RAM में होती है
तभी आवश्यक होती है यदि आपके कंप्यूटर में कोई RAM न हो
फ्लोपी डिस्कों के लिए बैकअप डिवाइस
हार्ड डिस्क कि मैमोरी जिसे CPU एक्सटेडेड RAM कि तरह प्रयोग करता है
Q.17- बचत करना आवश्यक होता है –
भविष्य के लिए
बड़े खर्चों के लिए
आपातकालीन स्थिति के लिए
उपरोक्त सभी के लिए
उपरोक्त सभी के लिए
Q.18- बैंकिंग व्यवस्था ने लोगों को किसके जोखिम से बचाया है ?
साहूकारों के
चोरों के
चीट फण्ड के
ये सभी
ये सभी
Q.19- एक चेक बुक पर किसका विवरण अंकित नहीं रहता है ?
तिथि
भुगतान योग्य राशि
ग्रहीता (Payee) के हस्ताक्षर
जारी कर्ता के हस्ताक्षर
ग्रहीता (Payee) के हस्ताक्षर
Q.20- भारत में कितने समय के लिए ऋण प्रदान किये जाते है ?
अल्पकाल के लिए
दीर्घ काल के लिए
मध्यकाल के लिए
ये सभी
ये सभी
Q.21- एक वेबसाइट …………….. का संग्रह होता है .
वेब पेजों का
ब्राउज़र
हाइपरलिंक
इनमें से कोई नहीं
वेब पेजों का
Q.22- प्रिंटर और मोनिटर जैसे पैरीफैरल उपकरणों को ……..माना जाता है |
हार्डवेयर
सॉफ्टवेर
डाटा
सूचना
हार्डवेयर
Q.23- अधिकांश वेबसाइटो में मैन पेज …………… होता है जो वेबसाइट के बाकी पेजों के लिए द्वार का काम करता है |
सर्च इंजन
होमपेज
ब्राउज़र
URL
होमपेज
Q.24- निम्न में से कौनसा सिस्टम ,कॉम्पोनेन्ट कंप्यूटर का मस्तिस्क होता है ?
सर्किट बोर्ड
CPU
मैमोरी
नेटवर्क कार्ड
CPU
Q.25-कंप्यूटर की नियन्त्रण इकाई कहलाती है —
माउस
हार्डडिस्क
सी.पी.यु.
की-बोर्ड
सी.पी.यु.
आशा है कि आपने हिंदी में सभी ऑनलाइन मॉक टेस्ट / CCC Online Test 2022 परीक्षा बहुत अच्छी तरह से पूरी कर ली है। यदि आपने अभी तक नहीं किया है, तो करें। ये सभी CCC online Exam Test आपके भले के लिए ही बने हैं। और हां! आपको हमारे द्वारा बनाया गया सीसीसी ऑनलाइन प्रैक्टिस टेस्ट इन हिंदी (CCC Online Test 2022) पसंद आया है। तो, अपने दोस्तों के साथ साझा करना न भूलें। यदि आपका कोई प्रश्न है तो आप हमें ईमेल या व्हाट्सप्प के माध्यम से बिना किसी झिझक के पूछ सकते हैं।
दोस्तों जैसा कि आप टाइटल देखकर ही जान गए होंगे कि आज मैं आपको यहां पर o-level का नोट देने जा रहा हूं यह पूरी तरह से फ्री है इसे आप अपने मोबाइल पर पढ़ सकते हैं अपने दोस्तों को शेयर कर सकते हैं फ्री इसलिए किया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक ही पहुंच सके तो पूरी जानकारी आपको नीचे दी जा रही है :-